नहीं बदले हैं हालात परिषद ने गत माह एक दर्जन मैरिज गार्डन व वाटिकाओं के संचालकों को नोटिस जारी कर रजिस्ट्रेशन संबंधी दस्तावेज मांगे थे। परिषद नेराजस्थान हाईकोर्ट के आदेश व नियमों की पालना के बिना इनमें से कुछ का तक पंजीकरण कर दिया है।
पार्किंग की सुविधा नहीं, लगता है जाम डेढ़ दर्जन से ज्यादा मैरिज गार्डनों में पार्किंग स्थल नहीं है। शादी समारोह के दौरान सड़क किनारे जाम लग जाता है। उदेईमोड़ से सालोदा, ट्रक यूनियन से ईदगाह व सवाईमाधोपुर रोड पर सावों के समय सड़क के दोनों ओर वाहन बेतरतीब खड़े कर दिए जाते हैं। कई बार वाहन चोरी भी हो जाते हैं।
रहती है हादसे की आशंका मैरिज गार्डन संचालक हाईकोर्ट द्वारा जारी मापदंडों का पालन नहीं करते हैं। आयोजन के बाद अपने यहां का कचरा और अपशिष्ट सड़क पर ही डाल देते हैं। इस पर नेशनल ग्रीन ट्रिब्युनल ने भी प्रतिबंध लगा रखा है। इसी प्रकार देर रात तक डीजे पर तेज आवाज में संगीत बजता है। विद्युत सजावट में पूरी तरह से सुरक्षा की अनदेखी की जाती है। बिजली के तार खुले रहते हैं। इससे हादसे का पूरा अंदेशा रहता है। इतना ही नहीं, कई आयोजन स्थलों पर अग्निश्मन उपकरणों की उपलब्धता भी नहीं है। नियमों के अनुसार अग्निश्मन उपकरणों का नहीं होने गंभीर लापरवाही है। इससे कभी भी जान-माल का बड़ा नुकसान हो सकता है।
नहीं की कोई कार्रवाई नियमों को ताक पर रखकर संचालित हो रहे मैरिज गार्डन व वाटिकाओं के खिलाफ प्रशासन या नगर परिषद ने एक बार भी कार्रवाई नहीं की। परिषद ने महज नोटिस जारी कर इतिश्री कर ली है।
मैरिज गार्डन में सुरक्षा व सुविधाएं सुनिश्चित करने के लिए कार्रवाई की जा रही है। इस क्रम में पंजीयन के लिए मैरिज गार्डन व वाटिकाओं को नोटिस जारी किए गए थे। वहीं इनका समय-समय पर निरीक्षण कर जरूरी दिशा-निर्देश दिए जाते हैं।
हंसमुख सोनवाल, प्रभारी, नगरीय विकास कर शाखा, नगर परिषद