राउमावि अलीगंज में निरीक्षण में व्यवस्थाएं सही नहीं मिली। अधिकतर कक्षाएं खाली मिलीं। शैक्षिक गुणवत्ता में कमी, पौधारोपण का अभाव, पोषाहार में कमी एवं शिक्षक डायरियां अधूरी मिली। वहीं कस्तूरबा आवासीय विद्यालय में गुणवत्ताहीन भोजन एवं सफाई का अभाव पाया गया। सीडीईओ ने राउमावि गंगापुरसिटी के प्राचार्य को वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम को सही करने, बच्चों के शैक्षणिक स्तर में सुधार क रने, सफाई का विशेष ध्यान रखने एवं शिक्षक डायरी रोजाना भरने के निर्देश दिए। राउमावि महूकला में एमडीएम में गुणवत्ता रखने, वाटर हार्वेस्टर सिस्टम को सही करने एवं विद्यालय परिसर में अधिकाधिक पौधारोपण करने को कहा।
7.30 पर विद्यालय पर लगा था ताला
ग्राम पंचायत सरपंच एवं ग्रामीणों की शिकायत के बाद मंगलवार को राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय महानंदपुर ड्योढ़ा के प्रधानाचार्य रजनीश अवस्थी राउप्रा विद्यालय खिरदरपुर का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान सुबह 7.30 बजे विद्यालय पर ताला लटका मिला। कुछ देर बाद यहां संस्था प्रधान आए। अन्य स्टाफ करीब 20 मिनट की देरी से यहां पहुंचा। इससे पूर्व सरपंच यहां आ चुके थे। पीईईओ एवं सरपंच ने नामांकन, उपस्थिति, पोषाहार, बाल संसद, स्वच्छता, जल संरक्षण आदि को लेकर संस्था प्रधान से चर्चा की। साथ ही नोटिस जारी कर विद्यालय में समय पर उपस्थित होने की हिदायत दी। पीईईओ अवस्थी को शिक्षण कार्य औसत स्तर का मिला।
डीईओ ने किया स्कूलों का निरीक्षण
बामनवास . जिला शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक रामखिलाड़ी बैरवा ने मंगलवार को आंतरी क्षेत्र के विभिन्न स्कूलों का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं एवं शैक्षणिक स्तर का जायजा लिया। कमियां मिलने पर संबंधित संस्था प्रधान को निराकरण के निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान डीईओ को सिंगरौली का राजकीय प्राथमिक विद्यालय समय से पूर्व बंद मिला। इस पर संबंधित शिक्षकों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।
पूर्व अतिरिक्त ब्लॉक शिक्षा अधिकारी बजरंग लाल मीना ने बताया कि उन्होंने सुकार का बेड्डा स्थित राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय का निरीक्षण किया। कक्षा 12 के विद्यार्थियों से राजनीति विज्ञान तथा कक्षा 11 के छात्रों से अंग्रेजी के अंदर वाक्य अनुवाद करके प्रश्नोतर किए गए। विद्यालय के अंदर एसआईक्यूई के प्रोफाइल सीसी के बारे में जानकारी लेकर उसका अवलोकन किया। विद्यालय में पौधारोपण पर संतोष जताया। वहीं विद्यार्थियों को प्रतिदिन दूध देने, कुक कम हेल्पर को समय पर मानदेय मिलने आदि की जानकारी लेते हुए पोषाहार की भी जांच की। उन्होंने राजकीय प्राथमिक विद्यालय चंदलाई एवं राजकीय प्राथमिक विद्यालय बौराला ढाणी का भी निरीक्षण किया।