गेट अब होंगे अपग्रेड
रेलवे बोर्ड के इस निर्णय के बाद सी क्लास के गेट अब ए और बी क्लास में अपग्रेड हो जाएंगे। इससे गेटमैन के कार्य के घंटों की अवधि घटकर 12 से 8 हो जाएगी। ट्रेन का सिग्नल तभी आएगा जब गेट बंद और लॉक रहेगा। इसके अलावा ट्रेन या गेट पर किसी असामान्य स्थिति के होने पर गेटमैन सिग्नल को वापस ले सकेंगे। इससे गेट पर होने वाली असामायिक दुर्घटनाओं में कमी आएगी। कार्य के घंटे कम होने पर उनको आराम भी मिलेगा।
बढ़ रहा था अंसतोष
गेटमैन की 12 घंटे की ड्यूटी तथा वहां पर बेसिक सुविधाएं न होने से गेट पर काम करने वाले कर्मचारियों में असंतोष बढ़ रहा था। इधर एम्पलाइज यूनियन के महामंत्री मुकेश गालव ने बताया कि स्थायी वार्ता तंत्र की अपर मंडल रेल प्रबंधक आलोक अग्रवाल की अध्यक्षता में हुई बैठक में कोटा मंडल के सभी गेट को अपग्रेड करने की मांग की थी। इस मामले में भी सीनियर डीईएन (समन्वय) ने भी अवगत कराया था। इसके बाद रेलवे की ओर से ये निर्णय किया गया।
यूनियन ने भी उठाई थी मांग
गेटमैन की ड्यूटी अवधि कम करने को लेकर रेलवे यूनियनों की ओर से भी रेलवे अधिकारियों के सामने मांग उठाई जाती रही है। हाल ही में वेस्ट सेन्ट्रल रेलवे एम्पलाइज यूनियन की कोटा में हुई स्थायी वार्तातंत्र की बैठक में इस समस्या को उठाया था। रेलवे बोर्ड के इस निर्णय का लाभ जबलपुर, भोपाल व कोटा मण्डलों के अलावा देश के सभी गेटमैन को मिल सकेगा।
वाहनों की गणना में बदलाव किया हैें
कोटा मंडल के सभी गेट अपग्रेड करने के लिए रेल प्रशासन को लिखा गया था। रेलवे ने इसके लिए गेट से निकलने वाले वाहनों की गणना में बदलाव किया है। सी क्लास के गेट अब अपग्रेड हो जाएंगे। इससे गेटमैन के कार्य की अवधि घटकर 12 से 8 घंटे हो जाएगी।
मनीष गुप्ता, वरिष्ठ मंडल इंजीनियर (समन्वय)।