बता दें कि जिले में जल संसाधन विभाग के अधीन सवाईमाधोपुर व गंगापुरसिटी में छोटे-बड़े कुल 18 बांध संचालित है। इस साल मानसून मेहरबान रहा। झमाझम बारिश से जिले के सभी बांध लगभग छलक गए थे। ऐसे में इस बार बांधों में पानी होने से नहरों के माध्यम से किसानों को पानी मिलने की उम्मीद है।
जल संसाधन विभाग के अनुसार इस संबंध में जिला कलक्टर स्तर से जल्द निर्णय होना है और नवबर माह में नहरों में पानी छोड़े जाने की उम्मीद है। इससे आगामी दिनों में रबी फसल की सिंचाई में किसानों को परेशानी नहीं होगी। ऐसे में इस बार फसलों को सिंचाई के लिए पानी मिलने से किसानों को अच्छी पैदावार होने की उम्मीद है।
विभाग ने शुरू की तैयारियां
जिले के 18 बांधों से 33 हजार 293 हेक्टेयर भूमि सिंचित होगी। इसके लिए जल संसाधन विभाग ने भी तैयारियां शुरू कर दी है। ढील, मानसरोवर, गिलाई सागर, सूरवाल, देवपुरा, भगवतगढ़, पांचोलास, मुई, नागोलाव, मोरा सागर, नागतलाई, चंदापुरा, मोतीसागर, बनियावाला, गण्डाल, नया तालाब लिवाली, भूलनवाला व आकोदिया बांध से नहरों में पानी छोड़े जाने की उम्मीद है। यह भी पढ़ें
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इनका कहना है…
जिले में इस बार 33 हजार 293 हेक्टेयर भूमि क्षेत्र में बांधों से रबी फसलों में सिंचाई होगी। वर्तमान में जिले के सभी बांध भरे हैं। ऐसे में सिंचाई में किसानों को परेशानी नहीं होगी।-अरुण शर्मा, अधिशासी अभियंता, जलसंसाधन विभाग सवाईमाधोपुर