जानकारी के अनुसार पिपलाई की लाकड़ी वाली ढाणी में नाग देवता के स्थान पर पिछले छह माह से एक जने की ओर से लोगों को शराब छुड़ाने की दवाई दी जाती है। मंडावरी थाना अंतर्गत ग्राम खुर्रा की धोली पाड़ निवासी विजय उर्फ विजेंद्र (25) तथा करण (23) पुत्र हनुमान नाथ सपेरा को परिजन यहां शराब छुड़ाने की दवा दिलाने लाए थे। देवस्थान पर सुबह करीब 12:30 बजे दोनों भाइयों को दवा पिलाई गई। इसके बाद परिजन गांव के लिए रवाना हो गए। रास्ते में हालत बिगड़ने पर दोनों को वापस देवस्थान पर लाकर छोड़ दिया गया।
आधा घंटे तक होती रही उल्टियां
दोनों भाइयों को करीब आधे घंटे से अधिक समय तक जमकर उल्टियां हुई। तब तक वहां से सभी लोग लौट चुके थे। केवल दवा देने वाला व्यक्ति ही मौजूद था। दोनों की मौत होने पर उन्होंने वहीं से पुलिस को सूचना दी। जिसके बाद बामनवास पुलिस ने शनिवार शाम को दोनों को राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया। जहां चिकित्सक ने दोनों को मृत घोषित कर दिया।
रिपोर्ट आने पर मौत के कारण चलेंगे पता
परिजनों की ओर से इस मामले में किसी तरह का मुकदमा दर्ज नहीं कराए जाने पर पुलिस ने पोस्टमार्टम करा शव परिजनों को सौंप दिया। थाने के एएसआई अब्दुल खालिक ने बताया कि परिजनों की ओर से किसी तरह का मामला दर्ज कराने से इनकार कर दिया गया। पुलिस ने मर्ग दर्ज की है। इधर, राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर रमेश चंद्र मीणा का कहना है कि दोनों की विसरा रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारणों का पता चलेगा।
दोनों भाई अविवाहित
दोनों मृतक सहित कुल आठ भाई थे। इनमें से मृतक युवक बड़े ही बड़े थे। दोनों अविवाहित थे। मृतकों के जीजा वीरु नाथ ने बताया कि दोनों भाई शराब पीने के आदी होने की वजह से उनको दवा दिलाने के लिए लाए थे। नींबू की शिकंजी जैसी सफेद दवा पिलाई गई। इसके बाद हुई उल्टी को उन्होंने दैवीय प्रभाव समझा। लेकिन इस बीच दोनों की मौत हो गई।