वन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार रणथम्भौर में पर्यटकों की आवक अधिक होने के कारण आवासन मण्डल मार्ग स्थित वन विभाग की बुकिंग विण्डो पर करंट ऑनलाइन में टिकट के लिए पर्यटकों की लम्बी कतार लग गई। आलम यह था कि विण्डो के बाहर करीब पांच सौ से अधिक पर्यटक टिकट के लिए कतार में लगे थे। इस दौरान टिकट पूरे होने पर पर्यटक बिफरने लगे तो कर्मचारी विंडो बंदकर भाग गए।
हालांकि, पर्यटकों की आवक अधिक होने के कारण वीआइपी कोटे में आरक्षित पांच पर्यटन वाहनों में भी जिप्सी की संख्या को घटाकर कैंटरों की संख्या में इजाफा किया गया था, लेकिन इसके बाद भी वन विभाग की ओर से सभी पर्यटकों को पार्क भ्रमण पर नहीं भेजा जा सका।
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पर्यटन सीजन में हर बार निराश लौटते हैं पर्यटक
रणथम्भौर में टिकट नहीं मिलने पर पर्यटकों के परेशान होने का यह कोई पहला मामला नहीं हैं। इससे पहले भी इस प्रकार के कई बार मामले सामने आ चुके है। जब से 2016 से रणथम्भौर की बुकिंग को पूरी तरह से ऑनलाइन किया गया है, तब से एनटीसीए की ओर से जारी की गई वाहनों की लिमिट के कारण कई बार पर्यटक पार्क भ्रमण पर जाने से वंचित रहना पड़ता है। ऐसे में पर्यटक यहां आकर परेशान रहते हैं। यह भी पढ़ें
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इनका कहना है…
वीकेंड होने के कारण शनिवार को पर्यटकों की आवक अधिक थी। विभाग की ओर से अधिक से अधिक पर्यटकों को पार्क भ्रमण पर भेजने के लिए कैंटर में इजाफा किया गया था, लेकिन इसके बाद भी कई पर्यटक पार्क भ्रमण पर नहीं जा सके। ऐसे में कुछ पर्यटकों ने हंगामा किया था। बाद में समझाइश से मामला शांत हो गया।-प्रमोद कुमार धाकड़, उपवन संरक्षक (पर्यटन), रणथम्भौर बाघ परियोजना।