patrika.com पर पढ़िए भारतीय नौसेना के नए प्रमुख के बारे में …। दिनेश कुमार त्रिपाठी का जन्म सतना जिले के महुडऱ गांव में हुआ। रीवा सैनिक स्कूल से 12वीं की। 1981 में राष्ट्रीय रक्षा अकादमी खडगवासला से ट्रेनिंग ली। डिफेंस सर्विस स्टाफ कॉलेज वेलिंगटन से स्नातक हैं। आइएनएस विनाश और त्रिशूल की कमान भी संभाल चुके हैं। 2019 में बने वाइस एडमिरल त्रिपाठी जून 2019 में वाइस एडमिरल पदोन्नत होने पर केरल के एझिमाला में नौसेना अकादमी के कमांडेंट रहे। उन्हें परम विशिष्ट सेवा पदक भी मिल चुका है।
15 मई 1964 में जन्मे त्रिपाठी को एक जुलाई 1985 को नौसेना में कमीशन मिला था। उन्हें संचार के क्षेत्र तथा इलेक्ट्रानिक वॉरफेयर में विशेष महारत हासिल है। उन्होंने आईएनएस विनाश, आइएनएस कर्चि और आईएनएस त्रिशूल जैसे युद्धपोतों की कमान संभाली। वाइस एडमिरल त्रिपाठी को उल्लेखनीय तथा सराहनीय सेवा के लिए अति विशिष्ट सेवा पदक और नौसेना पदक से सम्मानित किया जा चुका है। इससे पहले दिनेश त्रिपाठी ने वेस्टर्न नेवल कमांड में फ्लैग आफिसर कमांडिंग इन चीफ का पद संभाल चुके हैं।
खास बात यह है कि दिनेश त्रिपाठी ऐसे वक्त पर पद संभाल रहे हैं, जब भारतीय युद्धपोत हूती विद्रोहियों की बढ़ी हुई गतिविधियों के बीच सक्रिय है। अब तक भारतीय युद्ध पोत ने ऐसी 20 घटनाओं का जवाब दिया है। इधर चीन की भी भारतीय समुद्र क्षेत्र में गतिविधियां बढ़ रही है और पाकिस्तान के साथ मिलीभगत भी भारत के लिए चिंता का विषय बन गई है।