उनके बैनर में श्लोगन भी कुछ इस तरह है ‘नशा छोडि़ए, फ्री में -बूट पॉलिश करवाइये,’। शहीद भगत सिंह सेवा समिति जिला रीवा मध्यप्रदेश के बैनर तले नई दिल्ली स्थित लक्ष्मी नगर की सड़कों के किनारे बैठकर फ्री में -बूट पॉलिश कर रहे है। -बूट पॉलिश करते समय नशे से होने वाली बीमारियों के बारे में हर आने-जाने वाले युवा राहगीर को बताते है।
ये लिखा बैनर में
नशा छोडिय़े, फ्री में -बूट पॉलिश करवाईये। गरीबी, बीमारी और अपराध को भगाईये।। बचा लो जीवन यही है नारा, नशा मुक्त हो देश हमारा। जिंदगी की तलाश में हम मौत के कितने करीब आ गये।। नशा-गरीबी, बीमारी अपराध और छोटी उम्र में मृत्यु का कारण बनता है। इन सभी बुराईयों से दूर रहने के लिए रीवा निवासी सुजीत द्विवेदी लक्ष्मी नगर की गलियों में फुटपाथ के किनारे बैठकर -बूट पॉलिश अभियान छेड़ दिया है। नशा मुक्ति का संकल्प दिलाने के लिए सुजीत सभी प्रकार के जूतों को साफ करते है। फिर चाहे वह चमड़े का जूता हो अथवा स्पोट्स सूज सबको विधिवत साफ करते है।
नशा छोडिय़े, फ्री में -बूट पॉलिश करवाईये। गरीबी, बीमारी और अपराध को भगाईये।। बचा लो जीवन यही है नारा, नशा मुक्त हो देश हमारा। जिंदगी की तलाश में हम मौत के कितने करीब आ गये।। नशा-गरीबी, बीमारी अपराध और छोटी उम्र में मृत्यु का कारण बनता है। इन सभी बुराईयों से दूर रहने के लिए रीवा निवासी सुजीत द्विवेदी लक्ष्मी नगर की गलियों में फुटपाथ के किनारे बैठकर -बूट पॉलिश अभियान छेड़ दिया है। नशा मुक्ति का संकल्प दिलाने के लिए सुजीत सभी प्रकार के जूतों को साफ करते है। फिर चाहे वह चमड़े का जूता हो अथवा स्पोट्स सूज सबको विधिवत साफ करते है।
क्यों चुना लक्ष्मी नगर
बता दें कि, सुजीत द्विवदी वर्षों से नशा मुक्ति का अभियान चला रहे हैं। पहले इनका अभियान रीवा शहर तक सीमित थे। लेकिन अब दिल्ली तक पहुंच चुका है। उनका मानना है कि बड़े शहर में रहने वाले युवा बच्चे कम्पटीशन की तैयारी करते समय नशे के गिरफ्त में आ जाते है। देश के सबसे बड़े कोचिंग संस्थान दिल्ली स्थित लक्ष्मी नगर पर चलते है। इसलिए यहां रहने वाले 70 फीसदी युवा आईएसएस, आईपीएस, आईआरएस, आईएफएस की तैयारी करते है। सफलता न मिलने या समय ज्यादा गुजरने के बाद युवा बहक जाते है।
बता दें कि, सुजीत द्विवदी वर्षों से नशा मुक्ति का अभियान चला रहे हैं। पहले इनका अभियान रीवा शहर तक सीमित थे। लेकिन अब दिल्ली तक पहुंच चुका है। उनका मानना है कि बड़े शहर में रहने वाले युवा बच्चे कम्पटीशन की तैयारी करते समय नशे के गिरफ्त में आ जाते है। देश के सबसे बड़े कोचिंग संस्थान दिल्ली स्थित लक्ष्मी नगर पर चलते है। इसलिए यहां रहने वाले 70 फीसदी युवा आईएसएस, आईपीएस, आईआरएस, आईएफएस की तैयारी करते है। सफलता न मिलने या समय ज्यादा गुजरने के बाद युवा बहक जाते है।