परिजनों ने पहले गांव में इलाज कराया। आराम नहीं मिलने पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से लेकर मेडिकल कॉलेज तक इलाज कराया पर इसके बाद भी महिला को दर्द से राहत नहीं मिली। महिला दर्द होने पर दवा लेकर काम चला रही थी। दवा का असर कम होता तो दर्द फिर बढ़ जाता। परिवार की माली हालत ऐसी नहीं थी कि निजी चिकित्सा संस्थान में इलाज करा पाती।
मुश्किल से मिला दर्द से छुटकारा
सर्जिकल स्पेशलिस्ट डॉ. एमएम पाण्डेय ने बताया, पेट में असहनीय दर्द की शिकायत लेकर महिला बीते दिनों जिला अस्पताल ओपीडी पहुंची। उसकी सोनो ग्राफी, एक्स-रे सहित अन्य जांच कराई गई। रिपोर्ट में पता चला कि गर्भाशय में बड़ा ट्यूमर है। इसकी वजह से पेट में तकलीफ हो रही है। पेट में सूजन, ब्लीडिंग से एनीमिक हो गई थी।
सर्जिकल स्पेशलिस्ट डॉ. एमएम पाण्डेय ने बताया, पेट में असहनीय दर्द की शिकायत लेकर महिला बीते दिनों जिला अस्पताल ओपीडी पहुंची। उसकी सोनो ग्राफी, एक्स-रे सहित अन्य जांच कराई गई। रिपोर्ट में पता चला कि गर्भाशय में बड़ा ट्यूमर है। इसकी वजह से पेट में तकलीफ हो रही है। पेट में सूजन, ब्लीडिंग से एनीमिक हो गई थी।
1 घंटे चला ऑपरेशन
सर्जिकल स्पेशलिस्ट डॉ. पाण्डेय ने बताया कि गर्भाशय में ट्यूमर की पुष्टि होने के बाद महिला को अस्पताल में भर्ती कराया गया। ऑपरेशन के पहले सभी प्रकार की जांच कराई गई। परिजनों की ऑपरेशन के लिए सहमति दर्ज कराने के बाद डॉ एमएम पाण्डेय के नेतृत्व में ऑपरेशन किया गया। एक घंटे की क्रिटिकल सर्जरी के बाद 8 किलो ग्राम का ट्यूमर गर्भाशय से निकाला गया।
सर्जिकल स्पेशलिस्ट डॉ. पाण्डेय ने बताया कि गर्भाशय में ट्यूमर की पुष्टि होने के बाद महिला को अस्पताल में भर्ती कराया गया। ऑपरेशन के पहले सभी प्रकार की जांच कराई गई। परिजनों की ऑपरेशन के लिए सहमति दर्ज कराने के बाद डॉ एमएम पाण्डेय के नेतृत्व में ऑपरेशन किया गया। एक घंटे की क्रिटिकल सर्जरी के बाद 8 किलो ग्राम का ट्यूमर गर्भाशय से निकाला गया।