दर्शक मैदान पर पहुंच गए है। मैदान में खली, खली, खली के नारे लगने शुरू हो गए हैं। जिला प्रशासन की ओर से सुरक्षा-व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। चप्पे-चप्पे पर पुलिस की नजर रखी जा रही है।
मैदान के अंदर आने-जाने वालों की चेकिंग की जा रही है। इस दंगल महाकुंभ में हजारों की संख्या में उमड़ा जनसैलाब यह गवाही दे रहा था कि ऊर्जानगरी में खेल के प्रति लोगों का जबरदस्त रुझान है।
द ग्रेट खली पहुंचे सिंगरौली, महापौर ने किया स्वागत
द ग्रेट खली उर्फ दलीप सिंह राणा निर्धारित कार्यक्रम के तहत सोमवार को सिंगरौली पहुंचे। सिंगरौली महापौर प्रेमवती खैरवार स्वयं खली को रिसीव करने अम्बिकापुर गयी थीं। खली एनटीपीसी विंध्यनगर के सूर्या भवन में रुके हैं। 30 जनवरी महाबली स्टेडियम पहुंचेंगे जिनके सामने पहलवानों का महादंगल होगा।
द ग्रेट खली उर्फ दलीप सिंह राणा निर्धारित कार्यक्रम के तहत सोमवार को सिंगरौली पहुंचे। सिंगरौली महापौर प्रेमवती खैरवार स्वयं खली को रिसीव करने अम्बिकापुर गयी थीं। खली एनटीपीसी विंध्यनगर के सूर्या भवन में रुके हैं। 30 जनवरी महाबली स्टेडियम पहुंचेंगे जिनके सामने पहलवानों का महादंगल होगा।
चार राज्यों से पहुंचे दर्शक
दंगल महाकुंभ के दूसरे दिन जबरदस्त मुकाबले के बीच भतीजे ने दारा सिंह की लाज बचाई और हरियाणा के बग्घा पहलवान को पटखनी देकर दंगल महाकुंभ प्रतियोगिता का हीरो रहा। वहीं नेपाल का देवा थापा पहलवान ने राजस्थान के ज्वाला सिंह पहलवान को मात देकर कमाल कर दिया। रोमांचक मुकाबले को देखने के लिए जिले के साथ-साथ उत्तरप्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड से लोगों की भीड़ चूनकुमारी स्टेडियम में देखने को मिल रही है।
दंगल महाकुंभ के दूसरे दिन जबरदस्त मुकाबले के बीच भतीजे ने दारा सिंह की लाज बचाई और हरियाणा के बग्घा पहलवान को पटखनी देकर दंगल महाकुंभ प्रतियोगिता का हीरो रहा। वहीं नेपाल का देवा थापा पहलवान ने राजस्थान के ज्वाला सिंह पहलवान को मात देकर कमाल कर दिया। रोमांचक मुकाबले को देखने के लिए जिले के साथ-साथ उत्तरप्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड से लोगों की भीड़ चूनकुमारी स्टेडियम में देखने को मिल रही है।
कौन है खली
खली का हकीकत में नाम दिलीप सिंह राणा है। जिनका जन्म 27 अगस्त, 1972 में हिमाचल प्रदेश के राजपूत परिवार में हुआ था। वह देश-विदेश में रिंग नाम द ग्रेट खली के नाम से जाने जाते हैं। एक भारतीय मूल के अमेरिकी अद्र्ध-सेवानिवृत्त पेशेवर पहलवान, प्रमोटर और अभिनेता जो कि डब्ल्यूडब्ल्यूई में अपने समय के लिए सबसे प्रसिद्ध है। वे अपनी महान ऊंचाई के लिए जाने जाते है, द ग्रेट खली को 2014 में इतिहास में आठवें सबसे ऊंचे पहलवान के रूप में वर्णित किया गया था और 2017 में डब्ल्यूडब्ल्यूई इतिहास में चौथा सबसे बड़ा पहलवान माना था। द ग्रवरी के साथ डब्लूडब्लूई में शुरू हुआ महान खली और रंजीन सिंह और जिंदिर महल के साथ गठबंधन थे, लेकिन उन्होंने अपना सबसे बड़ा एकल पहलवान के रूप में बिताया और 2007 में वह डब्ल्यूडब्ल्यूई की विश्व हेवीवेट चैंपियन बने। अपने पेशेवर कुश्ती कैरियर की शुरुआत करने से पहले, वह पंजाब राज्य पुलिस के अधिकारी थे। वह चार हॉलीवुड फिल्मों, दो बॉलीवुड फिल्मों और कई टेलीविजन शो में प्रदर्शित हुए हैं।
खली का हकीकत में नाम दिलीप सिंह राणा है। जिनका जन्म 27 अगस्त, 1972 में हिमाचल प्रदेश के राजपूत परिवार में हुआ था। वह देश-विदेश में रिंग नाम द ग्रेट खली के नाम से जाने जाते हैं। एक भारतीय मूल के अमेरिकी अद्र्ध-सेवानिवृत्त पेशेवर पहलवान, प्रमोटर और अभिनेता जो कि डब्ल्यूडब्ल्यूई में अपने समय के लिए सबसे प्रसिद्ध है। वे अपनी महान ऊंचाई के लिए जाने जाते है, द ग्रेट खली को 2014 में इतिहास में आठवें सबसे ऊंचे पहलवान के रूप में वर्णित किया गया था और 2017 में डब्ल्यूडब्ल्यूई इतिहास में चौथा सबसे बड़ा पहलवान माना था। द ग्रवरी के साथ डब्लूडब्लूई में शुरू हुआ महान खली और रंजीन सिंह और जिंदिर महल के साथ गठबंधन थे, लेकिन उन्होंने अपना सबसे बड़ा एकल पहलवान के रूप में बिताया और 2007 में वह डब्ल्यूडब्ल्यूई की विश्व हेवीवेट चैंपियन बने। अपने पेशेवर कुश्ती कैरियर की शुरुआत करने से पहले, वह पंजाब राज्य पुलिस के अधिकारी थे। वह चार हॉलीवुड फिल्मों, दो बॉलीवुड फिल्मों और कई टेलीविजन शो में प्रदर्शित हुए हैं।