सुचारू हो सके कचरा व्यवस्था
यह टैक्स (Swachh Cess) इसलिए लगाया गया है कि गांव में कचरे के निस्तारण की व्यवस्था सुचारू की जा सके। कचरा गाड़ी का संचालन सुचारू किया जा सके। सरपंच गीता पांडेय ने बताया कि ग्राम सभा से पहले ग्रामीणों से चर्चा की गई है। उनकी सहमति के आधार पर यह प्रस्ताव पारित किया गया है। ग्रामीण इस बात से राजी हैं कि उनके गांव का कचरा साफ होगा। सरपंच ने बताया कि यह नागरिकों के ही विचार से किया गया है। बताया गया है कि पंचायत इस कर (Swachh Cess) के एवज में अपशिष्ट जल प्रबंधन, पर्यावरण सुरक्षा और अन्य कार्य आगामी दिनों में प्रारंभ करेगी। आपको बता दें कि ग्राम पंचायत की आबादी करीब 7 हजार है और इसमें 3100 मतदाता हैं।
जल कर पहले से ही भर रही जनता
बड़ा इटमा पंचायत में पहले से जल कर (Swachh Cess) लिया जाता है। यहां बिना जल जीवन मिशन के ही पहले से घर-घर पानी पहुंचाया जा रहा है। जानकारी के मुताबिक वर्ष 2000 से लेकर 2005 तक रहे सरपंच स्वर्गीय राकेश कुमार पांडेय ने यहां के नागरिकों के लिए घर-घर पेयजल पहुंचाने की व्यवस्था की थी। इसके लिए 50 हजार लीटर की टंकी बनी है। इसी के माध्यम से पानी सप्लाई किया जाता है। ग्राम पंचायत (Swachh Cess) पानी सप्लाई के लिए हर घर से 50 रुपए महीना जल कर ले रहा है। इसकी शुरुआत 2015 से हो गई थी। बीच में कई व्यवधान थे जिस कारण पानी की सप्लाई टंकी बन जाने के 10 साल बाद शुरू हो सकी।
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बाजार के लिए भी जल्द देना होगा टैक्स
इस बार की ग्राम सभा में पावती का प्रावधान भी किया गया है। उपसरपंच लोलवा कोल की अध्यक्षता में हुई ग्राम सभा में एक और निर्णय लिया गया। यहां सोमवार को साप्ताहिक बाजार लगता है। इस बाजार के लिए भी कर लिया जाएगा। हालांकि यह कितने रुपए का होगा यह प्रस्ताव में फिलहाल शामिल नहीं किया गया है। कहा गया है कि इसके बदले में पंचायत स्वच्छता (Swachh Cess), प्रकाश और पेयजल की व्यवस्था करेगी। इसके अलावा आगामी दिनों में पक्का हाट बाजार उपलब्ध कराएगी। हाट बाजार के लिए सरपंच ने पंचायत एवं ग्रामीण विकास राज्य मंत्री को पत्र भी लिख दिया है।