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सतना

आल्हा द्वारा चढ़ाए गए फूल के साक्षी है ये पुजारी, जानिए क्या मिला था मंदिर में

MP.PATRIKA.COM की बातचीत में मुख्य पुजारी देवी प्रसाद ने बताया कि 52 शक्ति पीठों में मैहर शारदा ही ऐसी देवी जहां अमरता का वरदान मिलता है।

सतनाJan 02, 2018 / 01:31 pm

suresh mishra

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सतना. मध्यप्रदेश के सतना जिला स्थित मैहर त्रिकूट पर्वत पर विराजमान मां शारदा यूं तो हजारों भक्तों पर अपनी कृपा वर्षा चुकी है। लेकिन आज भी एक ऐसी दंतक कथा है जिसको सुनने के लिए लाखों भक्त बेताब रहते है। MP.PATRIKA.COM की बातचीत में मुख्य पुजारी देवी प्रसाद ने बताया कि 52 शक्ति पीठों में मैहर शारदा ही ऐसी देवी जहां अमरता का वरदान मिलता है। मां की कृपा कब किस भक्त पर हो जाए ये कोई नहीं जानता है।
हालांकि माता की एक दर्जन दंतक कथाएं सदयुग, द्ववापर, त्रेता एवं कलयुग में सुनाई जा रही है। देवी प्रसाद ने कहा कि हमारी चौथी पीढ़ी माता की सेवा कर रही है। मैट्रिक की पढ़ाई करने के बाद मैं कई बार पुलिस में सेवा करना चाहा लेकिन माता के बुलावा के कारण नहीं कर पाया। सन् 1967 में हमारे पिता ने माता की पूजा-अर्चना करने का अवसर दिया। उस समय त्रिकूट पर्वत पर वीरान जंगल था।
आल्हा को अमरता का वरदान

मैंने भी कई कथाएं आल्हा-उदल और पृथ्वी राज सिंह चौहान की सुनी थी। मुझे भी लगा की माता ने आल्हा को अमरता का वरदान दिया है। आज भी कई भक्त कहते है कि रोजाना सुबह घोड़े की लीद और दातून पड़ी रहती है। वहीं कई लोग दावा कर रहे है कि माता की रोजाना पहली पूजा आल्हा ही करता है। लेकिन मैं इन सब बातों का दावा नहीं कर सकता।
चढ़े थे माता के दर पर पुष्प

हां 50 वर्षों की पूजा के दौरान एक बार मुझे एहसास हो चुका है। एक बार मैं पूजा कर घर चला गया। सुबह मंदिर का पट खोलकर पूजा की शुरुआत की तो पहले से ही पुष्प माता के दर पर चढ़े थे। फिर भी मन नहीं माना तो माता की चुनरी को उठाया तो अंदर भी पुष्प दिखाई दिए। तब से हमें भी एहसास हुआ की मां अजर-अमर है।
मां को अर्पण जीवन

यह जरूर भक्तों को मन चाहा वरदान देती है। देवी प्रसाद ने बताया कि मैहर वाली शारदा की मुझसे पहले पिता जी हमारे दादा-परदादा पूजा कर चुके है। मैं भी 50 वर्ष मां की सेवा में बिताने के बाद माता का भक्त हो चुका हूं अब जो भी मेरा जीवन बचा है वह भी माता को अर्पण कर दूंगा। दुनिया की माया मोह छोड़ दिन रात माता की पूजा में लीन रहता हूं।
70 वर्ष बाद गाता हूं मनचाहा गाना

मंदिर के पुजारी ने बताया कि एक साल पहले अचानक मन में गीत गुनगुनाने लगा। फिर कुछ देर बाद मैं गाने लगा। आज स्टेज तक में खड़ा होकर कोई भी देवी गीत गा सकता हूं। अब रोजाना सुबह-शाम की पूजा में भक्ति गीत गा कर माता की आरती करता हूं। भक्त भी मेरे द्वारा गाई जाने वाली आरती को सुनने के लिए बेताब रहते है।
नववर्ष पर मैहर में उमड़ी भक्तों की आस्था

नववर्ष के उपलक्ष्य में सोमवार को मां शारदा धाम में भक्तों की अप्रत्याशित भीड़ उमड़ी। दर्शन के लिए श्रद्धालुओं को 8 से 10 घंटे तक इंतजार करना पड़ा। प्रबंध समिति के मुताबिक, करीब ढाई लाख दर्शनार्थियों ने सोमवार को मत्था टेका। इस दौरान करीब ड़ेढ़ करोड़ का चढ़ावा आने का अनुमान है। रोपवे के लिए यात्री निवास दो तक दर्शनार्थियों की कतार लगी थी। वहीं सीढ़ी मार्ग पर भी पुलिस चौकी से लेकर मंदिर की ड्योढ़ी तक दर्शनार्थी 10 से 12 घंटे तक कतार में लगे रहे।
रात्रि 12 बजे तक दर्शन का सिलसिला जारी

सुरक्षा के लिहाज से पुलिस ने लाल गेट से कमानी गेट तक बैरीकेट्स लगा रखे थे। हालांकि, बाद में वीआईपी दर्शनार्थियों के लिए इन्हें हटा दिया गया। भीड़ को देख अधिकारियों ने बताया कि रात्रि 12 बजे तक दर्शन का सिलसिला जारी रहेगा। सीढ़ी मार्ग व रोपवे में लगी लंबी कतार को देखते हुए सैकड़ों दर्शनार्थियों ने पहाड़ राउंड व जंगली रास्ते से ऊपर चढऩे की कोशिश की।
वीआईपी दर्शन के लिए नोंकझोक
वीआईपी दर्शन पाने वालों की भी कमी नहीं थी। जनप्रतिनिधियों व कुछ अधिकारियों ने भी रिश्तेदार को रोपवे तक वाहन समेत पहुंचाकर वीआईपी दर्शन भी कराया। रोपवे व मंदिर परिसर में इसे लेकर दिनभर कहा-सुनी की स्थिति बनती रही। विधायक सहित कुछ अन्य जनप्रतिनिधि भी काफिले के साथ दर्शन को पहुंचे।
जाम से शहर परेशान
नए साल पर कस्बे में श्रद्धालुओं व वाहनों की रेलमपेल के चलते जाम की समस्या पूरे दिन बनी रही। सभी मार्गों पर मुसाफिरों के साथ-साथ स्थानीय लोगों को भी परेशान होते रहे। हालांकि, मेला क्षेत्र में वाहनों को प्रवेश न देने से स्थिति सामान्य रही।
2018 में बन गया नया रिकॉर्ड
शारदा प्रबंध समिति के सदस्यों ने बताया कि माता के दर पर दिन प्रतिदिन भक्तों की भीड़ बढ़ रही है। लेकिन 2018 की शुरुआत में 2.50 लाख से ऊपर आई भीड़ ने नया रिकॉर्ड बना दिया है। अभी तक नवरात्र में भी एक दिन इतनी ज्यादा भीड़ नहीं आई है। लेकिन इस वर्ष जनवरी की शुरुआत में दिखी आस्था ने नई आस्था के संकेत दिए है।

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