10 हजार वर्गमीटर में होगा निर्माण
मिली जानकारी के अनुसार कलेक्ट्रेट परिसर स्थित रिक्त जमीन पर विन्ध्य का पहला इन्क्यूबेशन सेंटर बनाया जाएगा। 10 हजार वर्ग मीटर में बनने वाले इस सेंटर की प्रोजेक्ट लागत 10 करोड़ होगी। इस काम का निविदा भोपाल की कंपनी कल्चुरी कन्स्ट्रक्शन को मिली है। अब मुख्यमंत्री के द्वारा इस कार्य का भूमि पूजन किया जाना है। तीन मंजिला इस इमारत में बनने वाले सेंटर की खास बात यह होगी कि इसे चलाने के लिए निगम का कोई व्यय नहीं होगा। क्योंकि इस भवन को बनाने और प्रोजेक्ट को 5 साल चलाने की शर्त निविदाकार के साथ है।
यह होगा काम
बताया गया है कि जब यह सेंटर बन कर तैयार हो जाएगा तो कोई भी युवा अगर अपना स्टार्टअप उद्यम लगाना चाहता है तो उसे कंपनी गठन से लेकर व्यवसाय प्रारंभ करने तक की मदद इस सेंटर में की जाएगी। उसे कच्चा माल लेने से लेकर उत्पाद को बाजार प्रदान कराने तक की सलाह और सुविधा यहां मिलेगी। इसके एवज में उद्यमी से तय राशि जो न्युनतम होगी लिए जाएंगे।
यह है इन्क्यूबेशन सेंटर
स्टार्टअप व्यवसाय को विकसित करने में मदद करने वाले संस्थानों को इन्क्यूबेशन सेंटर कहा जाता है। इन्क्यूबेशन सेंटर प्रारंभिक चरण में स्टार्टअप्स के लिए संजीवनी के सामान होते हैं। ये संस्थान आम तौर पर स्टार्टअप्स को व्यापारिक एवं तकनीकि सुविधाएं, सलाह, प्रारंभिक विकास निधि, नेटवर्क और सम्बन्ध, सहकारी रिक्त स्थान, प्रयोगशाला की सुविधा, सलाह और सलाहकार समर्थन जैसी सुविधाएं प्रदान करती हैं। स्मार्ट सिटी के तकनीकि अमले के अनुसार शुरुआती चरण में इनक्यूबेटर इन स्टार्टअप्स के लिए एक गुरु की भूमिका निभाता है और वो इनके लगभग सम्पूर्ण पारिस्थिक तंत्र का हिस्सा होते हैं।
मिली जानकारी के अनुसार कलेक्ट्रेट परिसर स्थित रिक्त जमीन पर विन्ध्य का पहला इन्क्यूबेशन सेंटर बनाया जाएगा। 10 हजार वर्ग मीटर में बनने वाले इस सेंटर की प्रोजेक्ट लागत 10 करोड़ होगी। इस काम का निविदा भोपाल की कंपनी कल्चुरी कन्स्ट्रक्शन को मिली है। अब मुख्यमंत्री के द्वारा इस कार्य का भूमि पूजन किया जाना है। तीन मंजिला इस इमारत में बनने वाले सेंटर की खास बात यह होगी कि इसे चलाने के लिए निगम का कोई व्यय नहीं होगा। क्योंकि इस भवन को बनाने और प्रोजेक्ट को 5 साल चलाने की शर्त निविदाकार के साथ है।
यह होगा काम
बताया गया है कि जब यह सेंटर बन कर तैयार हो जाएगा तो कोई भी युवा अगर अपना स्टार्टअप उद्यम लगाना चाहता है तो उसे कंपनी गठन से लेकर व्यवसाय प्रारंभ करने तक की मदद इस सेंटर में की जाएगी। उसे कच्चा माल लेने से लेकर उत्पाद को बाजार प्रदान कराने तक की सलाह और सुविधा यहां मिलेगी। इसके एवज में उद्यमी से तय राशि जो न्युनतम होगी लिए जाएंगे।
यह है इन्क्यूबेशन सेंटर
स्टार्टअप व्यवसाय को विकसित करने में मदद करने वाले संस्थानों को इन्क्यूबेशन सेंटर कहा जाता है। इन्क्यूबेशन सेंटर प्रारंभिक चरण में स्टार्टअप्स के लिए संजीवनी के सामान होते हैं। ये संस्थान आम तौर पर स्टार्टअप्स को व्यापारिक एवं तकनीकि सुविधाएं, सलाह, प्रारंभिक विकास निधि, नेटवर्क और सम्बन्ध, सहकारी रिक्त स्थान, प्रयोगशाला की सुविधा, सलाह और सलाहकार समर्थन जैसी सुविधाएं प्रदान करती हैं। स्मार्ट सिटी के तकनीकि अमले के अनुसार शुरुआती चरण में इनक्यूबेटर इन स्टार्टअप्स के लिए एक गुरु की भूमिका निभाता है और वो इनके लगभग सम्पूर्ण पारिस्थिक तंत्र का हिस्सा होते हैं।