पहली बार 300 करोड़
सतना-पन्ना रेल खंड के सतना-नागौद, नागौद-देवेंद्रनगर व पन्ना के बीच फंड की कमी के चलते कई बार महीनों तक काम रोकना पड़ा है। पहली बार 300 करोड़ मिलने से उम्मीद जताई जा रही है कि इस वर्ष अर्थ वर्क पूरा हो जाएगा। ललितपुर-सिंगरौली रेललाइन के सतना-रीवा व पन्ना में भी कई काम बजट के अभाव में बंद पड़े थे। सतना-पन्ना सेक्शन में इस बार 18 किमी सतना बरेठिया ट्रैक सहित तीन मेजर ब्रिज पूरा करना है। इस सेक्शन में 100 करोड़ खर्च होंगे। वर्तमान में करही व बरेठिया के पास अर्थवर्क पूरा होने पर स्टेशन भवन का काम चल रहा है।
सतना-पन्ना रेल खंड के सतना-नागौद, नागौद-देवेंद्रनगर व पन्ना के बीच फंड की कमी के चलते कई बार महीनों तक काम रोकना पड़ा है। पहली बार 300 करोड़ मिलने से उम्मीद जताई जा रही है कि इस वर्ष अर्थ वर्क पूरा हो जाएगा। ललितपुर-सिंगरौली रेललाइन के सतना-रीवा व पन्ना में भी कई काम बजट के अभाव में बंद पड़े थे। सतना-पन्ना सेक्शन में इस बार 18 किमी सतना बरेठिया ट्रैक सहित तीन मेजर ब्रिज पूरा करना है। इस सेक्शन में 100 करोड़ खर्च होंगे। वर्तमान में करही व बरेठिया के पास अर्थवर्क पूरा होने पर स्टेशन भवन का काम चल रहा है।
सतना-बरेठिया 18 किमी खंड पर फोकस
परियोजना से जुड़े अधिकारियों ने बताया, वैसे तो सतना से पन्ना तक सभी जगह काम चल रहा है, लेकिन सतना-बरेठिया खंड पर ज्यादा जोर है। सतना-पन्ना के बीच सबसे ज्यादा काम इसी खंड पर पूरा हुआ है। नया काम तेजी से चल रहा है। रेलवे इस वर्ष हर हाल में सतना से बरेठिया तक काम पूरा कर ट्रेन का ट्रायल करेगा। वर्तमान में करही व बरेठिया में स्टेशन भवन व क्वार्टर्स का काम तेजी से चल रहा है। बजट में पर्याप्त धनराशि मिलने पर सतना से बरेठिया के बीच 10 माइनर ब्रिज बनाने का काम शुरु हो चुका है।
परियोजना से जुड़े अधिकारियों ने बताया, वैसे तो सतना से पन्ना तक सभी जगह काम चल रहा है, लेकिन सतना-बरेठिया खंड पर ज्यादा जोर है। सतना-पन्ना के बीच सबसे ज्यादा काम इसी खंड पर पूरा हुआ है। नया काम तेजी से चल रहा है। रेलवे इस वर्ष हर हाल में सतना से बरेठिया तक काम पूरा कर ट्रेन का ट्रायल करेगा। वर्तमान में करही व बरेठिया में स्टेशन भवन व क्वार्टर्स का काम तेजी से चल रहा है। बजट में पर्याप्त धनराशि मिलने पर सतना से बरेठिया के बीच 10 माइनर ब्रिज बनाने का काम शुरु हो चुका है।
ये है प्रोजेक्ट की िस्थति
सतना-पन्ना न्यू रेललाइन 541 किमी लंबी ललितपुर-सिंगराैली रेललाइन परियोजना का एक हिस्सा है। परियोजना के पूरा होते ही ललितपुर-सतना, रीवा-सिंगरौली, महोबा-खजुराहो खंड पूरी तरह से रेलमार्ग से जुड़ जाएंगे। सतना-पन्ना नई रेल लाइन की लंबाई 74 किमी है। इसमें सात स्टेशन शामिल हैं। छह नए स्टेशन बनाए जाने हैं। तीन सौ मीटर की एक सुरंग, 7 मेजर ब्रिज, 8 ओवर ब्रिज में काम जारी है। परियोजना की अनुमानित लागत लगभग 919 करोड़ है। इसे पूरा करने का समय 2022 तय किया गया था। अब नया लक्ष्य वर्ष 2025 है।
सतना-पन्ना न्यू रेललाइन 541 किमी लंबी ललितपुर-सिंगराैली रेललाइन परियोजना का एक हिस्सा है। परियोजना के पूरा होते ही ललितपुर-सतना, रीवा-सिंगरौली, महोबा-खजुराहो खंड पूरी तरह से रेलमार्ग से जुड़ जाएंगे। सतना-पन्ना नई रेल लाइन की लंबाई 74 किमी है। इसमें सात स्टेशन शामिल हैं। छह नए स्टेशन बनाए जाने हैं। तीन सौ मीटर की एक सुरंग, 7 मेजर ब्रिज, 8 ओवर ब्रिज में काम जारी है। परियोजना की अनुमानित लागत लगभग 919 करोड़ है। इसे पूरा करने का समय 2022 तय किया गया था। अब नया लक्ष्य वर्ष 2025 है।
सकरिया-हिनौता के बीच ट्रैक पूरा: सेक्शन में 45 मीटर टमस ब्रिज सहित 19 माइनर ब्रिज
इधर, सतना-रीवा रेलखंड का दोहरीकरण का कार्य में काफी तेजी पकड़ी है।सकरिया-हिनौता के बीच 8 किमी रेल ट्रैक बनकर तैयार है। इसकी लिंकिंग भी हो चुकी है। साइट पर फिनिशिंग का काम जारी है। अगले माह इस ट्रैक से ट्रेनें चलने की पूरा संभावना है। सकरिया-हिनौता स्टेशनों बीच टमस नदी पर एक आधुनिक तकनीक से पुल बनाया गया है। यह न्यू ओपेन वेब गर्डर ब्रिज है। जिसकी लम्बाई 45.07 मीटर व 6 स्पान हैं। 30 करोड़ रुपए लागत आई है। डबलिंग कार्य में छोटे-बड़े ब्रिज बनाए गए हैं। सतना-रीवा 50 किमी के सेक्शन में 22 किमी का सेक्शन का कार्य पूर्ण हो चुका है। इसमें रीवा-तुर्की 11 किमी, सतना-कैमा 6 किमी व कैमा-सकरिया 6 किमी शामिल है। इस साल रेल दोहरीकरण के लिए 101 करोड़ रुपए मिले हैं।
इधर, सतना-रीवा रेलखंड का दोहरीकरण का कार्य में काफी तेजी पकड़ी है।सकरिया-हिनौता के बीच 8 किमी रेल ट्रैक बनकर तैयार है। इसकी लिंकिंग भी हो चुकी है। साइट पर फिनिशिंग का काम जारी है। अगले माह इस ट्रैक से ट्रेनें चलने की पूरा संभावना है। सकरिया-हिनौता स्टेशनों बीच टमस नदी पर एक आधुनिक तकनीक से पुल बनाया गया है। यह न्यू ओपेन वेब गर्डर ब्रिज है। जिसकी लम्बाई 45.07 मीटर व 6 स्पान हैं। 30 करोड़ रुपए लागत आई है। डबलिंग कार्य में छोटे-बड़े ब्रिज बनाए गए हैं। सतना-रीवा 50 किमी के सेक्शन में 22 किमी का सेक्शन का कार्य पूर्ण हो चुका है। इसमें रीवा-तुर्की 11 किमी, सतना-कैमा 6 किमी व कैमा-सकरिया 6 किमी शामिल है। इस साल रेल दोहरीकरण के लिए 101 करोड़ रुपए मिले हैं।
ऐसी है प्रोजेक्ट की िस्थति
– सतना से कैमा 6 किमी: काम पूरा ट्रेन दौड़ रही हैं
– कैमा से सकरिया 6 किमी: काम पूरा परिचालन चालू है
– सकरिया से हिनौता 8 किमी: लगभग काम पूरा, अगले माह खोला जाएगा ट्रैक
– हिनौता से बगहाई 9 किमी: काम चालू नहीं हुआ, किसान कर रहे विरोध
– बगहाई से तुर्की 9 किमी: काम चालू नहीं
– तुर्की से रीवा 11.5 किमी: तीन साल पहले काम पूरा
– सतना से कैमा 6 किमी: काम पूरा ट्रेन दौड़ रही हैं
– कैमा से सकरिया 6 किमी: काम पूरा परिचालन चालू है
– सकरिया से हिनौता 8 किमी: लगभग काम पूरा, अगले माह खोला जाएगा ट्रैक
– हिनौता से बगहाई 9 किमी: काम चालू नहीं हुआ, किसान कर रहे विरोध
– बगहाई से तुर्की 9 किमी: काम चालू नहीं
– तुर्की से रीवा 11.5 किमी: तीन साल पहले काम पूरा