सतना. आर्थिक तंगी से गुजर रहा नगर निगम प्रशासन राजस्व वसूली के लिए बकायादारों पर शिकंजा कसना शुरू शुरू कर दिया है। सोमवार को सहायक आयुक्त नीलम तिवारी के नेतृत्व में राजस्व शाखा ने वर्षों से संपत्तिकर अदा न करने वाले दो बड़े बकायादारों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उनके प्रतिष्ठानों में तालाबंदी कर दी। जिन भवनों को सीज किया गया उनमें रीवा रोड स्थित होटल चन्द्रव्यूह तथा वार्ड २५ स्थित अशोक तिवारी का व्यावसायिक भवन सामिल है। सहायक आयुक्त ने बताया कि वार्ड ७ निवासी बांकेबिहारी गुप्ता द्वारा संपत्तिकर एवं अन्य करों का भुगतान नहीं किया जा रहा था। प्रतिष्ठान होटल चन्द्रव्यूह पर २,९९,६३१ रुपए संपत्तिकर बकाया है। इसकी प्रकार वार्ड २५ निवासी अशोक कुमार तिवारी के व्यावसायिक भवन का ७,१४,४३७ रुपए संपत्तिकर बकाया है। दोनों बकायादारों को नोटिस जारी कर संपत्तिकर जमा करने को कहा गया था। इसके बाद भी कर का भुगतान नहीं किया गया। इसलिए दोनों बकायादारों पर निगमायुक्त अमनवीर सिंह के निर्देश पर कार्रवाई करते हुए उनके प्रतिष्ठानों को सीज कर दिया गया है। दोनों बकायादारों को निगम कार्यालय पहुंच कर बकाया राशि जमा कराने के निर्देश दिए गए हैं। तालाबंदी की इस कार्रवाई में सहायकत आयुक्त नीलम तिवारी, राजस्व निरीक्षक दिनेश त्रिपाठी, उपेन्द्र पाण्डेय भानू पाण्डेय,योगेन्द्र शुक्ला सहित राजस्व एवं अतिक्रमण शाखा के अधिकारी सामिल रहे। मौके पर भुगतान के बाद भी नहीं खोला ताला अधिकारियों ने बताया कि होटल चन्द्रव्यूह में तालाबंदी के बाद होटल संचालक द्वारा मौके पर बकाया राशि का चेक दिया गया। इसके बावजूद अधिकारियों ने होटल का ताला नहीं खोला। अधिकारियों ने बताया कि कार्रवाई से बचने व्यापारी बकाया राशि का चेक थमा देते हैं, जब इन्हें बैंक में लगाया जाता है तो खाते में आवश्यक राशि न होने के कारण बाउंस हो जाते हैं। इससे बचने के लिए तालाबंदी की कार्रवाई की गई है। व्यापारी द्वारा जो चेक दिया गया है उसका भुगतान मिलने के बाद ही होटल का ताला खोला जाएगा।