एसपी रियाज इकबाल को इसके बारे में बताया तो उन्होंने अनुशासनहीन आरक्षक के खिलाफ मुकदमा कायम कर जेल भेजने के आदेश दिए। ऐसे में तत्काल कार्रवाई करते हुए मैहर कोतवाली पुलिस ने आरक्षक दीपक सिंह परिहार के खिलाफ आइपीसी की धारा 170 के तहत अपराध कायम कर उसे गिरफ्तार कर लिया। अपने ही थाने में गिरफ्तार किए गए आरक्षक को उसके ही साथियों ने अदालत में पेश करते हुए जेल दाखिल कर दिया।
यह है मामला
आरक्षक दीपक सिंह परिहार ने सोमवार की रात ड्यूटी पर तैनात हवलदार मुकेश सुमन को फोन किया और उसने खुद को एसपी रियाज इकबाल बताया। पहले तो खुद हवलदार इस बात से चौंक गया कि उसके नंबर पर पुलिस कप्तान ने सीधे फोन क्यों कर दिया। जब आरक्षक ने अभद्रता से बात करते हुए पहले मुकेश और फिर टीआई देवेन्द्र प्रताप सिंह चौहान के बारे में अपशब्द बोले तो हवलदार समझ गया कि एसपी बनकर कोई और बात कर रहा है।
आरक्षक दीपक सिंह परिहार ने सोमवार की रात ड्यूटी पर तैनात हवलदार मुकेश सुमन को फोन किया और उसने खुद को एसपी रियाज इकबाल बताया। पहले तो खुद हवलदार इस बात से चौंक गया कि उसके नंबर पर पुलिस कप्तान ने सीधे फोन क्यों कर दिया। जब आरक्षक ने अभद्रता से बात करते हुए पहले मुकेश और फिर टीआई देवेन्द्र प्रताप सिंह चौहान के बारे में अपशब्द बोले तो हवलदार समझ गया कि एसपी बनकर कोई और बात कर रहा है।
सस्पेंड हो चुका सिपाही
कोतवाली मैहर के टीआइ देवेन्द्र प्रताप सिंह चौहान ने बताया कि पूर्व में घंटा घर चौक के पास आरक्षक दीपक सिंह कुछ व्यक्तियों के साथ मारपीट कर चुका है। तब शिकायत पर उसे सस्पेंड कर दिया गया था। इसके बाद भी उसकी हरकत में सुधार नहीं हुआ और वह आए दिन आमजन व थाना स्टॉफ से अभद्रता करता रहा। बहाल होने के बाद भी आरक्षक ही आदत नहीं सुधरी और उसने एसपी बनकर हवलदार को फोन करते हुए अभद्रता कर दी।
कोतवाली मैहर के टीआइ देवेन्द्र प्रताप सिंह चौहान ने बताया कि पूर्व में घंटा घर चौक के पास आरक्षक दीपक सिंह कुछ व्यक्तियों के साथ मारपीट कर चुका है। तब शिकायत पर उसे सस्पेंड कर दिया गया था। इसके बाद भी उसकी हरकत में सुधार नहीं हुआ और वह आए दिन आमजन व थाना स्टॉफ से अभद्रता करता रहा। बहाल होने के बाद भी आरक्षक ही आदत नहीं सुधरी और उसने एसपी बनकर हवलदार को फोन करते हुए अभद्रता कर दी।