पुलिसकर्मियों ने कार्यकर्ताओं को जमीन पर लिटा-लिटाकर पीटा और इसके बाद घसीटते हुए थाने में ले गए. घटना में एक गर्भवती कॉन्स्टेबल भी घायल हुई जिसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है. इधर पुलिस की पिटाई में बजरंग दल के आधा दर्जन कार्यकर्ता घायल हुए हैं. पुलिस अफसरों ने जब मामले की जांच कराने की बात कही, तब जाकर मामला शांत हुआ.
जानकारी के अनुसार धर्मांतरण के एक मामले में शाम को थाने में बयान हो रहे थे तभी वहां मौजूद कुछ लोगों ने सड़क पर टायर जलाकर चक्काजाम कर दिया. पुलिस की समझाइश के बाद भी कार्यकर्ता नहीं माने और धक्का-मुक्की करने लगे. पुलिस के साथ गाली-गलौज भी शुरू कर दी. इधर आपाधापी में गर्भवती कॉन्स्टेबल प्रियंका सिंह पटेल को चोट लग गई जिससे पुलिसकर्मी भन्ना उठे.
पुलिस कर्मचारियों ने लाठियां बरसाना शुरु कर दिया. बताया जा रहा है कि सीएसपी महेंद्र सिंह चौहान भी मौके पर थे और उनका इशारा मिलने के बाद ही कार्यकर्ताओं की पिटाई शुरू की गई. दो कार्यकर्ताओं को तो पुलिसकर्मियों ने जमीन पर लेटाकर पीटा और बाद में उन्हें घसीटते हुए थाने ले गई है. कार्यकर्ताओं की इस पिटाई का वीडियो भी वायरल हुआ है.
चर्च ऑफ गॉड में धर्मांतरण किए जाने की सूचना मिली थी जिसपर बजरंग दल के कई कार्यकर्ता वहां पहुंच गए। पुलिस फोर्स भी पहुंची और वहां प्रार्थना चलते देख पुलिस ने कार्यकर्ताओं को बाहर कर दिया. मौके पर सीएसपी और कोलगवां टीआई के आने पर बातचीत शुरू हुई। फादर बीजू थॉमस ने धर्मांतरण से इंकार किया. मौजूद लोगों ने पूछताछ में बताया कि वे स्वेच्छा से यहां आए हैं.