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होली के दिन नाबालिग प्रेमी के साथ भागी थी महिला
निरीक्षक पटेल ने बताया कि मृतकों की पहचान कुसुमकली यादव (30), सुनील यादव उर्फ बच्चा (17), आशीष यादव (5) के रूप में की गई है। सभी के शव डिकम्पोज हो चुके हैं। प्राथमिक जांच में यह बात सामने आई है कि 29 मार्च को यह तीनों साड़ा पंचायत से घर छोड़कर निकले थे। आशंका है कि इसी दिन तीनों की फांसी से मौत हो गई। यह बात सामने आ रही है कि महिला के संबंध नाबालिग बालक से चल रहे थे। महिला अपने छोटे बेटे को साथ लेकर घर से निकली थी। जबकि, दो बच्चे घर पर ही छोड़ दिए थे। नाबालिग के परिजन भी तलाश में परेशान थे। पुलिस का मानना है कि महिला व नाबालिग के बीच प्रेम संबंध थे, इसलिए दोनों ने घर छोड़ा और फिर समाज के डर से मासूम को फंदा लगाने के बाद खुद फांसी लगा ली। जंगल में एक साथ तीन शव मिलने के मामले को गंभीरता से लिया जा रहा है। सतना पुलिस की सूचना पर रीवा की फॉरेंसिक टीम डॉ. आरपी शुक्ला के नेतृत्व में शनिवार सुबह घटना स्थल पर पहुंची और घटनास्थल का मुआयना कर साक्ष्य जुटाए।
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चित्रकूट एसडीओपी बोले-हमें कुछ नहीं पता
इस संबंध में जब चित्रकूट एसडीओपी गौरीशंकर अहिरवार से फोन पर बात की गई तो उन्होंने दो टूक कहा कि हमें नहीं मालूम कुछ भी। बोले मेरे पास कोई सूचना नहीं है। जबकि चित्रकूट अनुभाग का बरौंधा थाना महत्वपूर्ण माना जाता है कि एक साथ तीन शव मिलने की बात भी कोई छोटी नहीं है। बावजूद एसडीओपी को खबर न होना कानून व्यवसथा पर सवाल खड़े करता है।
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