रीवा के 1070 गांव व तीन तहसीलों को मिलाकर मप्र का 53वां जिला बना मऊगंज, मुख्यमंत्री बोले…भाजपा को ऐतिहासिक जीत दिलाना ताकि, बेहतर विकास कर सकें
मऊगंज होगा प्रदेश का 53वां जिला, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दिया होली का तोहफा, कहा-स्वतंत्रता दिवस का ध्वजारोहण नए जिले में होगा, प्रदेशस्तरीय कार्यक्रम में संबल योजना के 27310 हितग्राहियों को 605 करोड़ बांटे
रीवा। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने विंध्य को होली का बड़ा तोहफा दिया है। शनिवार को उन्होंने मऊगंज को मप्र का 53वां जिला बनाने की घोषणा करते हुए कहा कि यह जल्द अस्तित्व में आएगा। इसमें चार तहसीलों मऊगंज, हनुमना, नईगढ़ी और देवतालाब को शामिल किया जाएगा। आगामी 15 अगस्त का ध्वजारोहण और स्वतंत्रता दिवस समारोह नए जिला मुख्यालय में होगा। लंबे समय से उठ रही मांग को पूरा करते सीएम ने कहा कि अब होली का उत्सव जमकर मनाओ। बता दें कि रीवा से अलग होने वाला यह चौथा जिला होगा।
नए सिरे से विकसित करने की जिम्मेदारी मुख्यमंत्री चौहान ने मऊगंज में आयोजित जन-कल्याण कार्यक्रम में कहा कि गत विधानसभा चुनाव के समय जब क्षेत्र के दौरे पर आए थे, तो लोगों ने मांग रखी थी कि मऊगंज का तेजी से विकास करने के लिए जिला बनाया जाए। हमने कहा था कि भाजपा का विधायक जीतेगा और सरकार बनेगी तो मऊगंज को जिला बनाएंगे। अपने किए गए वायदे के अनुसार मऊगंज क्षेत्र के विकास की जिम्मेदारी लेते हुए सरकार नए सिरे से इसे विकसित करने का कार्य करेगी।
चुनाव में ऐतिहासिक जीत दिलाना लोगों से जिला बनाए जाने के बदले सीएम ने कहा कि विधानसभा और लोकसभा के चुनाव में ऐतिहासिक जीत भाजपा को दिलाना ताकि इसे बेहतर तरीके से विकसित करने में मदद मिले। इस दौरान विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम, श्रम मंत्री बृजेन्द्र प्रताप सिंह, सांसद जनार्दन मिश्रा, मऊगंज के विधायक प्रदीप पटेल, रीवा विधायक राजेंद्र शुक्ला भी मौजूद रहे।
रीवा संभाग से टूटने वाला चौथा नया जिला होगा मऊगंज रीवा संभाग से टूटने वाला चौथा नया जिला होगा। इसके पहले तीन नए जिले बनाए जा चुके हैं। पूर्व में शहडोल भी रीवा संभाग में था, जिसे तोड़कर उमरिया और अनूपपुर दो नए जिले बनाए गए थे। इसके बाद शहडोल भी अलग संभाग बना दिया गया। इसके बाद सीधी जिले में सिंगरौली को नया जिला बनाने की मांग उठी और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उसे नया जिला बनाने की घोषणा की थी। इस तरह से अब वर्तमान रीवा संभाग में पांच जिले हो जाएंगे।
IMAGE CREDIT: patrika विंध्य में अभी इनके लिए लड़ाई विंध्य में अभी मैहर, चित्रकूट, त्योंथर को जिला बनाने तथा सतना और सीधी को संभाग बनाने की मांग चल रही है। कांग्रेस सरकार में मैहर को जिला बनाने की लगभग पूरी तैयारी हो गई थी, लेकिन उसी दौरान सरकार गिरी और यह कवायद ठंडे बस्ते में चली गई। एक बार फिर विधायक नारायण त्रिपाठी की अगुवाई में यह मांग जोर पकड़ रही है। वहीं सतना से अलग चित्रकूट को जिला बनाने की मांग आरटीआइ एक्टिविस्ट राजीव खरे लगातार उठा रहे हैं। इधर, रीवा से अलग त्योंथर को जिला बनाने के लिए पिछले कई दिनों से पदयात्रा चल रही है। सीधी को संभाग बनाने की मांग भी इन दिनों जोर पकड़े है।
कर्मचारी गांव आकर बनाएंगे आय-निवास प्रमाण पत्र मुख्यमंत्री ने कहा कि लाड़ली बहना योजना की शुरुआत पांच मार्च से हो रही है। सुनने में आया है कि आय और निवास प्रमाण पत्र बनवाने के लिए तहसीलों में बहनें चक्कर लगा रही हैं। इसके लिए परेशान नहीं हों, क्योंकि भाई की सरकार है। कर्मचारी मोहल्ले में आएंगे और सारे दस्तावेज तैयार कराएंगे और ले जाएंगे। जरूरत पड़ी तो दस से पंद्रह दिन में शिविर एक गांव या वार्ड में लगेंगे। जून महीने से पैसे खाते में आना शुरू हो जाएगा।
605 करोड़ की सहायता वितरित मऊगंज में आयोजित प्रदेश स्तरीय कार्यक्रम में संबल योजना के 27310 हितग्राहियों को 605 करोड़ रुपए की सहायता राशि का भुगतान सिंगल क्लिक के जरिए किया गया। इस दौरान प्रदेश भर से जनप्रतिनिधि और अधिकारी जुड़े। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने 739 करोड़ के निर्माण कार्यों का भूमिपूजन और लोकार्पण किया।
कमलनाथ पर साधा निशाना मुख्यमंत्री चौहान ने पूर्व सीएम कमलनाथ पर निशाना साधा। कहा, संबल योजना के 75 लाख परिवारों का नाम काटकर उन्होंने जो पाप किया था उसे नई सरकार बनते ही फिर से लागू करने का कार्य किया जा रहा है। कई अन्य योजनाओं का हवाला देते हुए कहा कि कांग्रेस खुद के सुख के लिए काम करती है और भाजपा की सरकार सभी के लिए सोचती है।
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