मैहर में रोप-वे का शिलान्यास वर्ष २००१ में तत्कालीन केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री स्व. अर्जुन सिंह ने किया था। यह रोप-वे मार्ग आम यात्रियों के लिए सिंतबर २००९ में खोल दिया गया। यहां MP.PATRIKA.COM, प्रदेश के ऐसे मंदिरों के बारे में बता रही है। जहां रोप-वे की व्यवस्था बनाई गई है। जिनमे सलकनपुर भोपाल, मैहर शारदा मंदिर, भेड़ाघाट जबलपुर, जैन मंदिर टेकरी देवास शामिल है। पयर्टन विभाग द्वारा चित्रकूट हनुमान धारा में एक रोप-वे प्रस्तावित किया है जिसका निमार्ण चल रहा है। वहीं कामदगिरी परिक्रमा पथ पर पडऩे वाली लक्ष्मण पहाड़ी पर पर यूपी सरकार द्वारा रोप-वे लगवाया गया है। जो एमपी के हिस्से में आने वाले चित्रकूट से लगा हुआ है।
२५ ट्रालियां में जाते है १०० भक्त
दमोदर रोप-वे के प्रबंधक मुन्ना सिंह ने बताया कि मैहर वाली माता के दर्शन कराने के लिए २५ ट्रालियां लगाई गई है। एक ट्राली में एक साथ ४ भक्तों की बैठने की व्यवस्था है। जिससे एक चक्कर में १०० भक्त नीचे से ऊपर जाते है। जो क्रमश: उपर से नीचे की ओर घूमती रहती है। एसडीएम से परमीशन लेकर साल में एक दो बार मेंटीनेंश किया जाता है। उस समय सिर्फ एक दो दिन रोप-वे बंद रहता है।
दमोदर रोप-वे के प्रबंधक मुन्ना सिंह ने बताया कि मैहर वाली माता के दर्शन कराने के लिए २५ ट्रालियां लगाई गई है। एक ट्राली में एक साथ ४ भक्तों की बैठने की व्यवस्था है। जिससे एक चक्कर में १०० भक्त नीचे से ऊपर जाते है। जो क्रमश: उपर से नीचे की ओर घूमती रहती है। एसडीएम से परमीशन लेकर साल में एक दो बार मेंटीनेंश किया जाता है। उस समय सिर्फ एक दो दिन रोप-वे बंद रहता है।
भक्तों को भी जीएसटी का छटका
केन्द्र सरकार द्वारा देशभर में लागू किए गए जीएसटी विधेयक का असर माता के भक्तों के ऊपर भी लागू हो रहा है। आम यात्रियों को जीएसटी लागू होने के बाद १०३ रुपए किराया और १८ परसेंट जीएसटी के साथ १०६ रुपए देना पड़ता है। वहीं ३ से १० साल के बच्चों के लिए ५० रुपए किराया और १८ परसेंट जीएसटी का छटका लग रहा है।
केन्द्र सरकार द्वारा देशभर में लागू किए गए जीएसटी विधेयक का असर माता के भक्तों के ऊपर भी लागू हो रहा है। आम यात्रियों को जीएसटी लागू होने के बाद १०३ रुपए किराया और १८ परसेंट जीएसटी के साथ १०६ रुपए देना पड़ता है। वहीं ३ से १० साल के बच्चों के लिए ५० रुपए किराया और १८ परसेंट जीएसटी का छटका लग रहा है।
प्राकृतिक आपदा और सूखे का असर
शारदा प्रबंध समिति के सदस्यों की मानें तो शारदीय नवरात्र पर चल रहे मैहर मेले में प्राकृतिक आपदा और सूखे का असर स्पष्ट नजर आ रहा है। अन्य नवरात्रों की बात करें तो पहले के वर्षों की अपेक्षा इस वर्ष भक्तों की संख्या में गिरावट आई इै। पहले दिन जहां ७० हजार भक्त माता के दर पहुंचे वहीं दूसरे दिन २० हजार ही कुल भक्त पहुंचे है।
शारदा प्रबंध समिति के सदस्यों की मानें तो शारदीय नवरात्र पर चल रहे मैहर मेले में प्राकृतिक आपदा और सूखे का असर स्पष्ट नजर आ रहा है। अन्य नवरात्रों की बात करें तो पहले के वर्षों की अपेक्षा इस वर्ष भक्तों की संख्या में गिरावट आई इै। पहले दिन जहां ७० हजार भक्त माता के दर पहुंचे वहीं दूसरे दिन २० हजार ही कुल भक्त पहुंचे है।
प्रदेश में यहां है रोप-वे की व्यवस्था
– सलकनपुर माता का मंदिर भोपाल
– मैहर शारदा माता मंदिर
– भेड़ाघाट जलप्रपात जबलपुर
– टेकरी जैन मंदिर देवास प्रस्तावित रोप-वे
– चित्रकूट हनुमान धारा
– कामदगिरी परिक्रमा पथ लक्ष्मण पहाड़ी
– सलकनपुर माता का मंदिर भोपाल
– मैहर शारदा माता मंदिर
– भेड़ाघाट जलप्रपात जबलपुर
– टेकरी जैन मंदिर देवास प्रस्तावित रोप-वे
– चित्रकूट हनुमान धारा
– कामदगिरी परिक्रमा पथ लक्ष्मण पहाड़ी