मैहर में नवरात्र में मां शारदा की विशेष पूजा अर्चना की जाएगी। नवरात्र में षष्ठमी से मां का सोलह श्रृंगार शुरू होगा जोकि नवमीं तक निरंतर चलता रहेगा। इसके साथ ही मां शारदा के पट नवरात्र में सुबह 3 बजे से खुलेंगे। भक्तों की सुविधा के लिए मंदिर को रात 11 बजे तक खोला जाएगा जिससे ज्यादा से ज्यादा भक्तों को मां के दर्शन मिले सकेंगे। इस दौरान दोपहर में कुछ मिनटों के लिए मंदिर में प्रवेश बंद रहेगा। जानकारी के अनुसार दोपहर में 1 बजे भोग के समय 5 मिनट के लिए ही मंदिर बंद होगा। इस नवरात्र लगभग 8 से 10 लाख दर्शनार्थियों के आने का अनुमान है।
सतना से महज 12 किलो मीटर दूर भरजुना गांव में भरजुना देवी मंदिर है। मां की मूर्ति तो छोटी है लेकिन उनकी 18 भुजाएं हैं। पंडित विकास नारायण द्विवेदी ने बताया कि मंदिर में विराजित मां भवानी साक्षात महालक्ष्मी का रूप है। भरजुना माता अंधों को आंख का वरदान देने के लिए प्रसिद्ध है। मान्यता है कि उनके चरणों का जल आंख में लगाने से नेत्रों की ज्योति बढ़ जाती है। जिन भक्तों की मन्नत पूरी होती है वो मंदिर में मां को चांदी की आंख भी चढ़ाते हैं। पुजारी ने बताया कि यह पहले राजा रुक्म की राजधानी कुंदनपुर थी। यहां देवी रुक्मणी मां महालक्ष्मी की पूजा करने आती थी।