हैंग कर रहा था पोर्टल
लिहजा, ऑनलाइन देवी दर्शन के लिए ट्रैफिक ज्यादा रहा। जिस कारण बीच-बीच में पोर्टल हैंग भी कर रहा था। जिससे श्रद्धालुओं को थोड़ा परेशानी हुई, लेकिन अन्य दिन ऐसा नहीं होता। मां शारदा प्रबंधन समिति की मानें तो रविवार को लगभग ११ हजार श्रद्धालुओं ने घर बैठे मातारानी के दर्शन किए। इनमें कई श्रद्धालु देश के दूसरे प्रांतों से थे।
लिहजा, ऑनलाइन देवी दर्शन के लिए ट्रैफिक ज्यादा रहा। जिस कारण बीच-बीच में पोर्टल हैंग भी कर रहा था। जिससे श्रद्धालुओं को थोड़ा परेशानी हुई, लेकिन अन्य दिन ऐसा नहीं होता। मां शारदा प्रबंधन समिति की मानें तो रविवार को लगभग ११ हजार श्रद्धालुओं ने घर बैठे मातारानी के दर्शन किए। इनमें कई श्रद्धालु देश के दूसरे प्रांतों से थे।
किया गया भव्य श्रृंगार
कोरोना के खतरे व लॉकडाउन के चलते मैहर के त्रिकूट पर्वत पर विराजमान आदि शक्ति देवी जगत जननी का दरबार भी अन्य मंदिरों की तरह बंद कर दिया गया है। मंदिर के प्रधान पुजारी पवन पांडेय व दीपक पांडेय रोजाना की तरह पूजा-अर्चना कर माता का भव्य शृंंगार किया। बताया कि मां शारदा का प्रतिदिन अलग अलग शृंगार होता है। पंचमी का दिन माता दुर्गा के स्कंदमाता स्वरूप का है।
कोरोना के खतरे व लॉकडाउन के चलते मैहर के त्रिकूट पर्वत पर विराजमान आदि शक्ति देवी जगत जननी का दरबार भी अन्य मंदिरों की तरह बंद कर दिया गया है। मंदिर के प्रधान पुजारी पवन पांडेय व दीपक पांडेय रोजाना की तरह पूजा-अर्चना कर माता का भव्य शृंंगार किया। बताया कि मां शारदा का प्रतिदिन अलग अलग शृंगार होता है। पंचमी का दिन माता दुर्गा के स्कंदमाता स्वरूप का है।