शुक्रवार के दिन सबसे पहले ब्रह्म मुहूर्त में उठें। इसके बाद दैनिक क्रिया से निवृत होकर स्नान करें। फिर मां देवी लक्ष्मी की पूजा शुरू करें। पूजा वाले स्थान पर मां लक्ष्मी की प्रतिमा स्थापित करने के बाद घी का दीपक जलाएं। 108 बार लक्ष्मी मंत्र, ऊॅ श्रीं श्रीये नम: का जाप करें। ध्यान रखें कि लक्ष्मी मंत्र का जाप करते समय आपका ध्यान पूजा पर ही क्रेंद्रित रहे। जप पूरा होने के बाद मां को मिश्री और खीर सहित मीठे पकवान का भोग लगाएं। फिर बाद में ७ वर्ष से कम आयु की कन्याओं को भोज कराए। ऐसी विधि लगातार तीन शुक्रवार को अपनाएं मां लक्ष्मी दरिद्रता दूर कर देगी।
शास्त्रों में दूसरी विधि बताई गई है कि देवी लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए प्रत्येक शुक्रवार की शाम घी का दीपक जलाएं। ध्यान रखें कि दीपक उत्तरी-पूर्वी कोने में हो। दीपक के लिए तेल के स्थान पर गाय के घी और रूई की बाती की जगह लाल रंग के सूती धागे का प्रयोग करना है। दीपक जलाते समय घी में थोड़ी सी केसर डाल दें। इस विधि से हर शुक्रवार को मां लक्ष्मी की याद में दीपक जलाएं तो मां की कृपा बरसेगी। घर की आर्थिक तंगी दूर होगी। मांगी गई मन्नत खाली नहीं जाएगी।
मां लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए शुक्रवार के दिन का तीसरा उपाय बताया गया है। इसके लिए अपने घर की तिजोरी में एक पीले रंग के वस्त्र से बनी पोटली रखनी है। पोटली रखते समय उसके अंदर पांच पीली कौड़ी, थोड़ी सी केसर और एक चांदी का सिक्का रखकर बांध दें। ऐसा हर शुक्रवार को करने से मां लक्ष्मी की कृपा बरसेगी और धन की समस्या दूर होगी। वहीं शुक्रवार के दिन गरीबों को दान और भोजन कराने से भी मां प्रसन्न होती है।