यात्री पूछते रहे सवाल
ट्रेन नंबर 13201 पटना के राजेंद्र नगर स्टेशन से मुंबई लोकमान्य तिलक टर्मिनल के लिए रवाना हुई थी। ट्रेन के सतना पहुंचने का समय दोपहर 12 बजे है। यहां उसका 10 मिनट का स्टॉपेज है। बताया जाता है कि ट्रेन मंगलवार दोपहर करीबन 13 मिनट विलंब से जैतवारा रेलवे स्टेशन पहुंची। यहां उसका दो मिनट का ठहराव है। इसी दौरान जैसे ही ट्रेन जैतवारा से रवाना हुई, उसका इंजन फेल हो गया। काफी समय तक छोटे स्टेशन पर ट्रेन खड़ी देख यात्री सांसत में आ गए और तरह-तरह के सवाल पूछने लगे।
ट्रेन नंबर 13201 पटना के राजेंद्र नगर स्टेशन से मुंबई लोकमान्य तिलक टर्मिनल के लिए रवाना हुई थी। ट्रेन के सतना पहुंचने का समय दोपहर 12 बजे है। यहां उसका 10 मिनट का स्टॉपेज है। बताया जाता है कि ट्रेन मंगलवार दोपहर करीबन 13 मिनट विलंब से जैतवारा रेलवे स्टेशन पहुंची। यहां उसका दो मिनट का ठहराव है। इसी दौरान जैसे ही ट्रेन जैतवारा से रवाना हुई, उसका इंजन फेल हो गया। काफी समय तक छोटे स्टेशन पर ट्रेन खड़ी देख यात्री सांसत में आ गए और तरह-तरह के सवाल पूछने लगे।
सतना स्टेशन प्रबंधन ने भेजी मदद
इंजन फेल होने की जानकारी जैसे ही सतना स्टेशन प्रबंधन को हुई लोको को मदद के लिए भेजा गया। जैतवारा रेलवे स्टेशन पर इमरजेंसी इंजन की मदद ली गई और फिर ट्रेन सतना की ओर रवाना हुई। करीबन 1.49 मिनट की देरी से जनता एक्सप्रेस सतना रेलवे स्टेशन पहुंची। हालांकि इस मामले में रेलवे प्रबंधन कुछ भी बोलने से इनकार करता रहा।
इंजन फेल होने की जानकारी जैसे ही सतना स्टेशन प्रबंधन को हुई लोको को मदद के लिए भेजा गया। जैतवारा रेलवे स्टेशन पर इमरजेंसी इंजन की मदद ली गई और फिर ट्रेन सतना की ओर रवाना हुई। करीबन 1.49 मिनट की देरी से जनता एक्सप्रेस सतना रेलवे स्टेशन पहुंची। हालांकि इस मामले में रेलवे प्रबंधन कुछ भी बोलने से इनकार करता रहा।
यह आई समस्या
दरअसल, जैतवारा रेलवे स्टेशन ऊंचाई पर है। यहां इलाहाबाद से आने वाली ट्रेनों को सतना तक पहुंचाने के लिए कभी-कभी इमरजेंसी इंजन की जरूरत पड़ती है। ऐसा सिर्फ उस स्थिति में किया जाता जब किसी ट्रेन का इंजन कम पावर का हो। जनता एक्सप्रेस के मामले में रेलवे को अंदाजा नहीं था कि उसका हाईपावर इंजन आखिरी समय पर दगा दे देगा। ऐसे में अचानक इंजन फेल होने पर रेलवे को इमरजेंसी इंजन जोडऩे में काफी समय लग गया।
दरअसल, जैतवारा रेलवे स्टेशन ऊंचाई पर है। यहां इलाहाबाद से आने वाली ट्रेनों को सतना तक पहुंचाने के लिए कभी-कभी इमरजेंसी इंजन की जरूरत पड़ती है। ऐसा सिर्फ उस स्थिति में किया जाता जब किसी ट्रेन का इंजन कम पावर का हो। जनता एक्सप्रेस के मामले में रेलवे को अंदाजा नहीं था कि उसका हाईपावर इंजन आखिरी समय पर दगा दे देगा। ऐसे में अचानक इंजन फेल होने पर रेलवे को इमरजेंसी इंजन जोडऩे में काफी समय लग गया।