इस लिए बिगड़ी स्थिति
सतना-नागौद रेल खण्ड का निर्माण कार्य काफी तेजी से चल रहा है। रेलवे अभी लाइन के लिए अर्थवर्क का काम कर रहा है। लिहाजा, जहां लाइन बिछनी है वहां मिट्टी डालने का कार्य जारी है। करही गांव के पास गुजरने वाली लाइन के लिये लिये भी रेलवे मिट्टी का काम कर लिया है। लेकिन रेलवे की ड्राइंग में यहां टोपो शीट के अनुसार ढलान और पानी के बहाव का ध्यान नहीं रखा गया। लिहाजा यहां पानी निकलने के लिये कोई पुलिया नहीं प्रस्तावित की गई। ऐसी स्थिति में बारिश का पानी खेतों में भरा रह गया और लाइन की मिट्टी के कारण दूसरी ओर नहीं निकल सका है। ऐसी स्थिति में यहां किसानों के खेत में इस तरह से पानी भर गया है कि वे बड़े तालाब का स्वरूप बन चुके हैं। ऐसे में किसान खेती नहीं कर पा रहे हैं।
सतना-नागौद रेल खण्ड का निर्माण कार्य काफी तेजी से चल रहा है। रेलवे अभी लाइन के लिए अर्थवर्क का काम कर रहा है। लिहाजा, जहां लाइन बिछनी है वहां मिट्टी डालने का कार्य जारी है। करही गांव के पास गुजरने वाली लाइन के लिये लिये भी रेलवे मिट्टी का काम कर लिया है। लेकिन रेलवे की ड्राइंग में यहां टोपो शीट के अनुसार ढलान और पानी के बहाव का ध्यान नहीं रखा गया। लिहाजा यहां पानी निकलने के लिये कोई पुलिया नहीं प्रस्तावित की गई। ऐसी स्थिति में बारिश का पानी खेतों में भरा रह गया और लाइन की मिट्टी के कारण दूसरी ओर नहीं निकल सका है। ऐसी स्थिति में यहां किसानों के खेत में इस तरह से पानी भर गया है कि वे बड़े तालाब का स्वरूप बन चुके हैं। ऐसे में किसान खेती नहीं कर पा रहे हैं।
प्रशासन से की शिकायत इस स्थिति को देखते हुए किसानों ने जनसुनवाई में अपनी समस्या प्रशासन के सामने रखी। हालात की गंभीरता समझते हुए रविवार को तहसीलदार मानवेन्द्र सिंह मौके पर पहुंचे। यहां उन्होंने शिकायत सही पाई। यहां दो दर्जन से ज्यादा किसानों के खेत पूरी तरह पानी से लबालब थे। स्थिति को देखते हुए उन्होंने रेलवे के अधिकारियों से इस संबंध में चर्चा की है। हालांकि रेलवे के अधिकारी भी इस तथ्य को स्वीकार करते हुए यहां पुलिया की बात पर राजी हो रहे हैं। लेकिन अभी सवाल तात्कालिक मदद का सामने आ रहा है। बताया जा रहा है कि तहसीलदार अपनी रिपोर्ट जल्द कलेक्टर को देंगे। जहां से रेलवे के उच्चाधिकारियों से चर्चा की जाकर स्थिति का हल निकाला जाएगा।
” करही गांव के समीप निर्माणाधीन रेलवे लाइन की वजह से खेतों में पानी भरा हुआ है। किसानों की शिकायत सही पाई गई है। रेलवे के अधिकारियों से चर्चा की गई है। प्रतिवेदन कलेक्टर को सौंपा जाएगा। जल्द ही किसान हित में निर्णय लिया जाएगा।”
– मानवेन्द्र सिंह, तहसीलदार रघुराजनगर