सड़कों पर दीये, खिलौने और अन्य फुटपाथी सामान बेचने लोग अलग ही माहौल पैदा कर रहे थे। चारों ओर उल्लास और संस्कृति का मेला दिख रहा था। इस बार हनुमान धारा में भी काफी संख्या में लोगों का पहुंचना नजर आया। रविवार की दोपहर तक करीब 20 लाख लोग पहुंच चुके है। शाम तक 10 लाख और भक्तों के आने का अनुमान है। ओवर हाल चित्रकूत्र मेले में 40 से 50 लाख भक्त पहुंचे है।
प्रथम मुखारबिंदु में सबसे ज्यादा भीड़
पांच दिन तक चलने वाले मेले की शुरूआत मंदाकिनी नदी में स्नान के साथ शुरु होता है। फिर इसके बाद भक्त गोल आकार में 5 किमी. तक फैले कामदगिरी पर्वत की परिक्रमा लगाते है। परिक्रमा की शुरूआत प्रथम मुखारबिंदु में भगवान कामतानाथ के दर्शन से शुरू होती है। पूरे मेला क्षेत्र में यहीं सबसे ज्यादा भीड़ उमड़ती है। क्योंकि सीढिय़ों को चढऩे के बाद भगवान कामतानाथ के दर्शन होते है।
पांच दिन तक चलने वाले मेले की शुरूआत मंदाकिनी नदी में स्नान के साथ शुरु होता है। फिर इसके बाद भक्त गोल आकार में 5 किमी. तक फैले कामदगिरी पर्वत की परिक्रमा लगाते है। परिक्रमा की शुरूआत प्रथम मुखारबिंदु में भगवान कामतानाथ के दर्शन से शुरू होती है। पूरे मेला क्षेत्र में यहीं सबसे ज्यादा भीड़ उमड़ती है। क्योंकि सीढिय़ों को चढऩे के बाद भगवान कामतानाथ के दर्शन होते है।
तैनात रहा प्रशासनिक अमला
मेले में किसी भी प्रकार की अव्यवस्था न हो इसे देखते हुए इसे 9 जोन में बांट कर हर जोन में कार्यपालिक मजिस्ट्रेट तैनात किए गए हैं। कलेक्टर सतेन्द्र सिंह, मेला प्रभारी एवं जिपं सीईओ ऋजु बाफना, एसपी रियाज इकबाल भी मेला प्रक्षेत्र का भ्रमण करते रहे।
मेले में किसी भी प्रकार की अव्यवस्था न हो इसे देखते हुए इसे 9 जोन में बांट कर हर जोन में कार्यपालिक मजिस्ट्रेट तैनात किए गए हैं। कलेक्टर सतेन्द्र सिंह, मेला प्रभारी एवं जिपं सीईओ ऋजु बाफना, एसपी रियाज इकबाल भी मेला प्रक्षेत्र का भ्रमण करते रहे।
स्थितियों से लगातार अपडेट
इस बार हर जोन में तैनात अमले से राउण्ड-द-क्लॉक स्थितियों से अपडेट लिया जा रहा था। हर प्वाइंट पर तैनात अधिकारी हर घंटे की अपडेट वाट्सएप पर दे रहे थे।
इस बार हर जोन में तैनात अमले से राउण्ड-द-क्लॉक स्थितियों से अपडेट लिया जा रहा था। हर प्वाइंट पर तैनात अधिकारी हर घंटे की अपडेट वाट्सएप पर दे रहे थे।