400 अतिरिक्त बल को भी उतारा गया है। जगह-जगह चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है। इसके लिए शहर में तीन फिक्स प्वॉइंट बनाए गए हैं। एसपी ने पुलिस अधिकारियों की बैठक लेते हुए स्पॉट ब्रीफिंग कर सभी की जिम्मेदारी तय कर दी है। जगह-जगह हिडेन कैमरे लगाए गए हैं। हर थाना क्षेत्र में वीडियोग्राफी भी कराई जाएगी।
बताया गया, पुलिस को सूचना मिली थी कि सिविल लाइन, मैहर व रामपुर में कुछ लोग आंदोलन की गुपचुप तैयारी कर रहे हैं। लिहाजा, उन्हें थाना लाया गया और समझाइश के बाद छोड़ दिया गया। पुलिस का गोपनीय
तंत्र भी सक्रिय है। हर परिस्थिति पर नजर रखी जा रही है। हालांकि अब तक किसी भी संगठन ने औपचारिक रूप से बंद का आह्वान नहीं किया है। लेकिन, पहले से सोशल मीडिया के दावे के आधार पर पुलिस-प्रशासन अलर्ट मोड पर है।
शहर से गांव तक सक्रिय पुलिस, किया फ्लैग मार्च
शहर से गांव तक कानून व्यवस्था कायम रखने, शांति बनाए रखने के लिए पुलिस हो गई है। कई संवेदनशील इलाकों में फ्लैग मार्च पुलिस ने निकाला तो कुछ थाना प्रभारियों ने स्थानीय लोगों के साथ बैठक कर शांति बनाए रखने की अपील की है। एसपी के निर्देश पर जसो थाना प्रभारी एसपी मिश्रा ने दुरेहा, अमकुई गांव में स्थानीय लोगों की बैठक ली। जैतवारा थाना प्रभारी राजेश पटेल ने तहसीलदार की मौजूदगी में बैठक लेते हुए लोगों को समझाइश देकर धारा 144 का पालन करने को कहा।
आसपास के गांव में मीटिंग अमरपाटन थाना प्रभारी राजेश शर्मा ने आसपास के गांव में मीटिंग करते हुए कस्बा में पुलिस बल के साथ पैदल गस्त किया। सिंहपुर थाना प्रभारी कपूर त्रिपाठी ने भी शांति बनाए रखने की अपील करते हुए इलाके में निगरानी बढ़ाई है। रामनगर थाना प्रभारी योगेंद्र सिंह जयशूर ने फ्लैग मार्च करते हुए लोगों को समझाया कि वह धारा 144 का पालन करें।
पैदल गस्त करते हुए वाहनों की सघन जांच मैहर थाना प्रभारी अशोक पाण्डेय ने पैदल गस्त करते हुए वाहनों की सघन जांच कराई। एसडीओपी अरविंद तिवारी ने स्थानीय लोगों से संपर्क साधते हुए कानून व्यवस्था बनाए रखने को कहा। मझगवां थाना प्रभारी खेम सिंह पेंद्रो ने पुलिस बल के साथ कस्बे में पैदल मार्च किया। अमदरा थाना प्रभारी आरपी मिश्रा ने सरपंचों की उपस्थिति में बैठक लेते हुए वाहनों की जांच कराई
जिले में 7 अप्रैल से धारा 144 लागू, होते रहे प्रदर्शन
जिले की कानून व्यवस्था का हवाला देते हुए जिला दंडाधिकारी द्वारा 7 अप्रैल को धारा 144 लागू कर दी गई। इसके साथ ही जिला दंडाधिकारी द्वारा आदेश में यह भी कहा गया कि चूंकि संबंधित पक्षों पर आदेश की तामीली साध्य नहीं है, अत: स्थानीय समाचार पत्रों में विज्ञप्ति के माध्यम से तथा मुनादी कराकर अधिसूचित किया जाए।
सोमवार को बैक डेट पर आदेश जारी उधर सात अप्रैल से धारा 144 लागू होने को लेकर दिनभर चर्चा का बाजार भी गर्म रहा। लोगों का कहना था कि दो दिन तक आदेश सार्वजनिक क्यों नहीं किया गया? दूसरा सवाल यह रहा कि इस दौरान जिलेभर में धरना प्रदर्शन हुए, तो उस पर कोई कार्रवाई क्यों नहीं की गई? यह चर्चा भी आम रही कि सोमवार को बैक डेट पर आदेश जारी कर दिया गया।
मंत्री ने ली क्लास, चेम्बर ने जताया विरोध
सोमवार को गृह मंत्री ने सभी पुलिस महानिरीक्षकों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में निर्देश दिए कि अप्रिय घटना को रोकने के लिए कार्रवाई की जाए। विंध्य चेम्बर ऑफ कामर्स ने स्पष्ट कर दिया है कि वे समर्थन नहीं करते हैं। सोशल मीडिया व चर्चा के माध्यम से अफवाह फैलाई जा रही है। इस पर तुरंत रोक लगाने का प्रयास हो।
धारा 144 का उल्लंघन
धारा 144 के उल्लंघन का मामला कोठी में आया। पुलिस ने ६ लोगों को नामजद करते हुए मुकदमा कायम कर लिया। दरअसल, क्षेत्रीय विकास मंच के तत्वावधान कोठी को तहसील बनाने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया गया। जिला दंडाधिकारी ने पूरे जिले में धारा 144 लागू कर रखी है। एेसे में कोठी में प्रदर्शन करने वालों के खिलाफ पुलिस ने अपराध कायम कर लिया है। प्रदर्शन में व्यापारियों के साथ ग्रामीण भी मौजूद रहे। नेतृत्व कर रहे कमलेश पाठक को धारा 144 लागू होने की बात पुलिस ने बताई।
फुटेज से पहचान कराने की कार्रवाई तो वह भड़क गए। एेसे में थाना पुलिस ने वरिष्ठ अधिकारियों के संज्ञान में मामला लाते हुए कार्रवाई शुरू कर दी। एसपी राजेश हिंगणकर ने बताया कि धारा 144 का उल्लंघन करने पर प्रदर्शन कर रहे कमलेश पाठक, जगन्नाथ शर्मा, यादवेन्द्र सिंह उर्फ पंचू, रामजी गुप्ता, प्रमोद अग्रवाल, सहेन्द्र सिंह सहित 50-60 अन्य व्यक्तियों के विरुद्ध आइपीसी की धारा 147, 149, 188 के तहत मुकदमा कायम कर लिया गया है। आरोपियों को नामजद करने के लिए फुटेज से पहचान कराने की कार्रवाई की जा रही है।
इन संगठनों ने भी प्रदर्शन किया
धारा 144 के दौरान ही कांग्रेस ने रविवार को प्रदर्शन किया था। इसी तरह भाजपा किसान मोर्चा ने पूरे जिलेभर में किसान सम्मान यात्रा का आयोजन किया। इसके अलावा कई बैठकें भी आयोजित की गईं। लेकिन, पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। कांग्रेस के प्रदर्शन को लेकर एसडीएम बलवीर रमण ने बताया कि अनुमति ली गई थी।