अपहरण की खबर के बाद दोनों राज्यों की पुलिस ने जंगल में सर्चिंग शुरू कर दी है। सूत्रों की मानें तो अपहरण करने के लिए बदमाशों ने पुलिस की वर्दी पहनकर वारदात को अंजाम दिया है। तराई में पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी चार थानों के पुलिस बल के साथ डेरा डाल दिया है। अभी प्री हाल पुलिस ने कुछ भी कहने से इंकार किया है।
मिली जानकारी के मुताबिक हरसेंड गांव से अगवा हुए किसान का नाम अवधेश द्विवेदी है। ग्रामीणों की मानें तो शनिवार-रविवार की रात करीब 2 बजे के आसपास पुलिस की वर्दी में 5 डकैत गांव में दाखिल हुए। किसान अवधेश द्विवेदी के घर तक पहुंचने के लिए डाकुओं ने सबसे पहले उसके साझीदार कल्लू कोल को पकड़ा। कल्लू कोल को धमकाया कि अवधेश द्विवेदी कर घर ले चल। नहीं तो तेरे परिवार को खतरा होगा। डरा-सहमा कल्लू कोल अपनी और बेटे की जान बचाने के लिए अवधेश द्विवेदी के घर तक पहुंचाने की डान ली।
मोहल्ले के लोग बताते है कि जिस समय डकैत घर में दाखिल हुए है उस समय अवधेश घर में सो रहे थे। तभी कल्लू कोल जाकर के जगाया। कहा कि साहब लोग आएं हैं। अवधेश के घर के बाहर निकलते ही डकैतों ने उनका अपहरण कर लिया। फिर इसके बाद घर में रखा अवधेश द्विवेदी सहित उनकी पत्नी के मोबाइल फोन छीन कर जंगल की ओर चले गए। इसके बाद कल्लू कोल और उसके लड़के को भी साथ लेकर जंगल की तरफ निकल गए। हालांकि कुछ दूर बाद कल्लू कोल और उसके लड़के को तो छोड़ दिया गया लेकिन अवधेश द्विवेदी अभी भी डकैतों के चंगुल में फंसे हुए हैं।