दो माह से चल रही थी खींचतान
आलोक वर्मा का स्थानांतरण होने के बाद सतना मंडी में पदस्थापना के लिए कई सचिव जोर लगा रहे थे। लेकिन, मंडी की गिरती साख को बचाने के लिए तेज तर्रार अधिकारी की दरकार थी। मंडी सचिव को लेकर दो माह तक चली लंबी खींचतान के बाद अंतत: बोर्ड ने राजेश गोयल के नाम पर मुहर लगा दी। गोयल सोमवार को पदभार ग्रहण करंेगे।
बहुरंेगे किसानों के दिन
आलोक वर्मा का स्थानांतरण होने के बाद सतना मंडी में पदस्थापना के लिए कई सचिव जोर लगा रहे थे। लेकिन, मंडी की गिरती साख को बचाने के लिए तेज तर्रार अधिकारी की दरकार थी। मंडी सचिव को लेकर दो माह तक चली लंबी खींचतान के बाद अंतत: बोर्ड ने राजेश गोयल के नाम पर मुहर लगा दी। गोयल सोमवार को पदभार ग्रहण करंेगे।
बहुरंेगे किसानों के दिन
पत्रिका से चर्चा में मंडी सचिव राजेश गोयल ने कहा, मंडी की आय में वृद्धि और कृषक सुविधाएं बढ़ाना प्राथमिकता होगी। मंडी किसानों की है। यहां किसानों को अच्छी से अच्छी सुविधा मिले, इसके लिए हर संभव उपाय करूंगा।