आलम है कि इन दो टोलों में टै्रक्टर पहुंचना तो दूर पैदल चलना भी मुश्किल हो जाता है। बारिश के समय में मुख्य मार्ग पर घुटनों तक पानी भरा हुआ है। रास्ता किधर है किसी को पता नहीं चलता। सब अंदाज बस यात्रा करते रहते है। गनीमत है कि आज तक बारिश के समय में कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ। वरना शासन-प्रशासन हाथ मलता रह जाता।
सरपंच कलावती कोल ने बताया कि सेमरिया ग्राम पंचायत में चार गांव शामिल है। जिसमे सेमरिया, पुतरिहा, समोगर कोठार, समोगर उनमुक्त गांव है। चार टोला वाले सेमरिया गांव के स्कूल टोला और सड़क टोला के आवागन का साधन है लेकिन बीरभद्र टोला और राइदाई टोला मुख्य मार्ग से 2 किमी. कटा हुआ है। बताया गया कि ऐरा और सेमरिया के बीच में सर्गवाही तालाब से अंदर जाने के लिए 2 किमी. का पंचायत का डर्रा है। जिसमे कई लोगों की आराजी फंसती है। इसलिए आज तक सड़क नहीं बन पाई।
सामंजस्य का आभाव
सूत्रों की मानें तो गांव के कई लोग सड़क के लिए जमीन देने के लिए तैयार है। पर उनके परिवार के ही कुछ लोग नहीं चाहते कि सड़क बने। इसलिए आज दिनांक तक मुख्य मार्ग से बीरभद्र टोला और राइदाई टोला कटा हुआ है। पंचायत के जानकारों ने बताया कि शासन उन्हीं रोडों को बनाती है। जो पूर्ण रूपेण सरकारी होती है। बाद में यही रोड मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री से भी जुड़ जाती है। मुख्य मार्ग से कटे होने का दर्द बारिश के समय में ग्रामीणों को सबसे ज्यादा झेलना पड़ता है।
सूत्रों की मानें तो गांव के कई लोग सड़क के लिए जमीन देने के लिए तैयार है। पर उनके परिवार के ही कुछ लोग नहीं चाहते कि सड़क बने। इसलिए आज दिनांक तक मुख्य मार्ग से बीरभद्र टोला और राइदाई टोला कटा हुआ है। पंचायत के जानकारों ने बताया कि शासन उन्हीं रोडों को बनाती है। जो पूर्ण रूपेण सरकारी होती है। बाद में यही रोड मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री से भी जुड़ जाती है। मुख्य मार्ग से कटे होने का दर्द बारिश के समय में ग्रामीणों को सबसे ज्यादा झेलना पड़ता है।
– सरपंच- कलावती कोल
– सचिव- सोभनाथ सिंह पटेल
– जनपद पंचायत- अमरपाटन
– पंचायत में शामिल गांव- सेमरिया, पुतरिहा, समोगर कोठार, समोगर उनमुक्त
– कहां तक नहीं बनी सड़क- दो किमी.
– ग्राम पंचायत सेमरिया में कुल मतदाता- 1500
– सेमरिया गांव में मतदाता-900
– सड़क न बनने से प्रभावित लोग- 350
– बीरभद्र टोला में मतदाता- 250
– राइदाई टोला में मतदाता- 100