भट्टन टोला में उल्टी-दस्त के प्रकोप की खबर मिलते ही स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में एक टीम गांव भेजी गई। वहां बीमार ग्रामीणों की जांच करते हुए बीमारी फैलने के कारणों के बारे में पता किया गया। इस पर यह सामने आया कि पानी का एकमात्र स्रोत कुआं है। उसका पानी बारिश के चलते प्रदूषित हो चुका है। प्रदूषित पानी पीने की वजह से लोग बीमार हो रहे हैं। ऐसे में कुएं में ब्लीचिंग पावडर डलवाया गया और ग्रामीणों को पानी उबाल कर पीने की सलाह दी गई। इसके अलावा क्लोरीन की गोलियां भी बांटी गईं।
आज लिए जाएंगे सैम्पल
बीएमओ डॉ तरुणकांत त्रिपाठी ने बताया कि दो दिन में तीन लोगों की मौत हुई है। इनकी मौत उल्टी-दस्त से नहीं हुई। इनमें एक नवजात है, दूसरा 80 साल का वृद्ध है। अमले को निगरानी के निर्देश दिए हैं। बीमारी की वजह जानने पीड़ितों के स्टूल टेस्ट के लिए सैंपल लिए जाएंगे। जांच में पता चला कि लोग कुएं का प्रदूषित पानी पीने से बीमार हो रहे हैं।
5 की जा चुकी जान
ग्रामीणों ने बताया कि पिछले 11 दिनों में रामगोपाल मवासी, छोटी मवासी, जवाहर लाल मवासी, सोनहला मावासी सहित शिवकांत मवासी के एक नवजात ने दम तोड़ दिया।
4 जिला अस्पताल रेफर
बीएमओ डॉ तरुणकांत त्रिपाठी ने बताया कि सूचना मिलने पर डॉ संतोष सिंह, फार्मासिस्ट अखिलेश, प्रेमचंद, विजय यादव सहित अन्य की टीम भट्टन टोला भेजी गई थी। इनके साथ मैं भी मौके पर गया। वहां 60 लोगों के स्वास्थ्य की जांच की गई। पांच लोग उल्टी-दस्त से पीड़ित मिले, जिन्हें मझगवां अस्पताल में भर्ती कराया गया। चार पीड़ितों को जिला अस्पताल रेफर किया गया