बता दें कि, 15 अक्टूबर 2021 को कोतवाली थाना प्रभारी द्वारा भ्रमण के दौरान मुखबिर से सूचना मिली कि, मुख्तियारगंज झंकार टाकीज के पास मैदान में कुछ संदिग्ध कार में बैठकर क्रिकेट के फाइनल मैच में रुपये पर हार जीत क बाजी लगाकर सट्टा खेल रहे हैं। सूचना मिलते ही थाना प्रभारी टीम को लेकर मौके पर पहुंचे और घेराबंदी करके कार्रवाई की। कार में 5 लोग बैठे थे उनके पास कई मोबाइल, लेपटॉप के साथ ऑनलाइन सर्वर के माध्यम से फाइनल खेलने वाली टीमों पर सट्टा ले रहे थे।
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आरोपियों पर मामला दर्ज
आरोपियो को गिरफ्तार करने के साथ साथ संदिग्ध सामान भी जब्त किया गया। आरोपियों के खिलाफ 684/21 धारा 4A पब्लिक गैंब्लिंग एक्ट 1976, एवं 66C, 66D के तहत कार्रवाई की गई है। पुलिस के मुताबिक, शुरुआत में आरोपियों द्वारा पुलिस को काफी गुमराह करने का प्रयास किया गया, लेकिन कड़ाई से पूछताछ करने पर उन्होंने अपराध कबूल कर लिया। आरोपियों के अनुसार, वो शहर की एस.आर.बी.एच टॉवर के बगल में भरहुत नगर में स्थित एक किराए के मकान में रहते थे।
आरोपियों से जब्त सामान
पुलिस ने जब्ती बनाते हुए आरोपियों से 7 एंड्रॉयड फोन, जिनकी कीमत 1,25,000 3 ऑईफोन जिनकी कीमत 1,50,000, 6 कीपेड मोबाइल कीमत 10,000, डेबिट/ क्रेडिट कार्ड 24 नग, नगदी 3 लाख से अधिक, 3 चार पहिया वाहन आदि सामान पुलिस ने जब्त किये हैं।
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इस तरह खेलते थे सट्टा
पुलिस द्वारा आरोपियों से पूछताछ में पता चला कि, पूरे गेम में सबसे पहले एक कोडिंग (सॉफ्टवेयर) खरीदी जाती है, जिसे एक व्यक्ति सर्विस प्रोवाइडर बनकर एडमिन को सर्विस देता है, जिसे 1 लाख 50 हजार रुपये मासिक किराया दिया जाता है। एडमिन अपने नीचे कई सुपर मास्टर बनाता है और सुप मास्टर अपने नीचे कई मास्टर (एजेंट) बनाता है। अपने नीचे कई क्लाइंट जोड़ता है। इसके लिये मास्टर द्वारा क्लाइंट को एक यूजर नेम और पासवर्ड दिया जाता है। जो मेच के दौरान सट्टा लगाता है और पैसे की हार-जीत का शेयर नीचे से ऊपर तक सबमें डिवाइड होता है।