भरी सभा में भाजपा सांसद अपने विधायक को चप्पल से लगे पीटने, मंत्री कुर्सी छोड़ भागे संतकबीरनगर में भाजपा के सांसद शरद त्रिपाठी व विधायक राकेश बघेल के बीच जमकर मारपीट हुआ। जिला अनुश्रवण व निगरानी समिति की बैठक में ही दोनों जनप्रतिनिधि आपस में भिड गए। प्रभारी मंत्री आशुतोष टंडन के सामने ही सांसद शरद त्रिपाठी ने चप्पल निकालकर विधायक राकेश बघेल को पीटने लगे। विधायक ने भी सांसद पर कई थप्पड़ जड़े। दोनों एक दूसरे के प्रति जमकर असंसदीय भाषा का प्रयोग किया। जबकि मारपीट होता देख बैठक में शिरकत कर रहे प्रभारी मंत्री आशुतोष टंडन जल्दी से वहां से भाग निकले।
उधर, विधायक राकेश बघेल की पिटाई की सूचना जैसे ही बाहर आई काफी संख्या में उनके समर्थक वहां पहुंच गए। देखते ही देखते मीटिंग स्थल रणक्षेत्र में बदल गया। भाजपा कार्यकर्ता दो हिस्सों में बंट गए। दो जनप्रतिनिधियों के बीच हो रही मारपीट को देखते हुए भारी मात्रा में पुलिस फोर्स बुला लिया गया। खबर लिखे जाने तक दोनों पक्ष मौके पर जमे हुए थे। विधायक राकेश बघेल पक्ष के लोग कलेक्ट्रेट में नारेबाजी कर रहे थे। डीएम, एसपी लोगों को मनाने में जुटे थे। मामले की गंभीरता को देखते हुए सांसद शरद त्रिपाठी कलेक्ट्रेट के अंदर एक कमरे में बैठाया गया था, बाहर भारी सुरक्षा तैनात है।
बता दें कि संतकबीरनगर में विकास कार्याें का श्रेय लेना का शीतयुद्ध दोनों पक्षों में काफी दिनों से चल रहा था। भाजपा सांसद शरद त्रिपाठी व भाजपा मेंहदावल विधायक राकेश बघेल के बीच काफी दिनों से तनातनी चल रही थी। आरोप है कि विकास कार्याें के शिलापट्ट पर विधायक राकेश बघेल सांसद का नाम नहीं लिखवाते थे।
बुधवार को जिला अनुश्रवण व निगरानी समिति की बैठक थी। कलेक्ट्रेट में प्रभारी मंत्री आशुतोष टंडन बैठक कर रहे थे। सांसद व सभी विधायक , अधिकारी आदि वहां मौजूद थे। इसी बीच दोनों जनप्रतिनिधि इस मसले पर बहस करने लगे तो प्रभारी मंत्री ने बाद में बात करने की हिदायत दी। अभी प्रभारी मंत्री बाद में बात करने की कह ही रहे थे कि सांसद शरद त्रिपाठी विधायक राकेश बघेल को गाली देते हुए चप्पल निकाल मारने लगे। वहां बैठे जनप्रतिनिधि व अधिकारी कुछ समझ पाते इसके पहले सांसद दसों चप्पल मार दिए। बीच बचाव हो इसी दौरान विधायक राकेश बघेल भी कई थप्पड़ सांसद को जड़ दिए। अधिकारी, पुलिसवाले व अन्य लोग बीच बचाव करने लगे तो दोनों जनप्रतिनिधि एक दूसरे को भद्दी भद्दी गालियां देते रहे और गंभीर आरोप लगाते रहे।
इस घटना को देख प्रभारी मंत्री टंडन, धनघटा विधायक पूर्व मंत्री श्रीराम चैहान, डीएम रविश कुमार आदि अवाक रह गए। मामला बढ़ता देख प्रभारी मंत्री कुर्सी से उठे और तेजी से भाग निकले।
उधर, मारपीट के बाद विधायक समर्थक वहां जुट गए और नारेबाजी करने लगे।
खबर लिखे जाने तक दोनों पक्षों में टकराव की स्थिति बनी हुई थी। पार्टी हाईकमान तक मामला पहुंच चुका था।