वर्तमान में चालू मीटर बिजली की खपत की सही रीडिंग दे रहे हैं तो फिर यह मीटर क्यों लगाई जा रहे हैं? किसान मजदूर पर अनावश्यक आर्थिक बोझ डाला जा रहा है। सरकार की इस योजना में दाल में काला महसूस होता है। 1 किलो वाट से बढ़कर 2 किलो वाट कर दिया है, जो उचित नहीं है।