युवक के परिवार वालों ने महिला के परिवार से शादी की तैयारियों के लिए कुछ वक्त मांगा और 5 नवम्बर को 50 लोगों की बारात लाकर इज्जत के साथ उनकी बेटी को विदा कर ले जाने की बात कही। इस बात पर राजी होते हुए महिला पक्ष के लोग लड़की को विदा करने की तैयारियों में लग गए। लेकिन शादी से दो दिन पहले लड़के वालों ने दहेज में कार और 50 की जगह 500 लोगों की बारात लाने की बात को कहा। साथ ही यह भी कहा कि अगर वह कार और 500 लोगों को खाना नहीं देते हैं, तो बारात नहीं लेकर आएंगे।
तय तारीख के मुताबिक 5 नवंबर, मंगलवार को बरात आनी थी लेकिन लड़के वाले बरात लेकर नही पहुंचे। लड़की हाथों में मेहंदी लगाए दूल्हे का इंतजार करती रही। लड़की के परिवार वालों ने शादी की पूरी तैयारी की हुई थी लेकिन कार की मांग न पूरी करने की वजह से उनकी बेटी की बारात ही नहीं आई।
लड़की के पिता ने कहा कि उनके पास पैसे नहीं थे, लेकिन फिर भी उन्होंने शादी की तैयारी की थी। लड़के के परिवार वालों ने शादी के लिए पैसे और गाड़ी की मांग की। लेकिन जब यह पूरा नहीं हुआ तो लड़का शादी के लिए नहीं आया। लड़की के पिता ने कहा कि उनकी बेटी को झांसे में लेकर चार साल तक शोषण किया गया। अब शादी से मुकरने पर उन्हें बहुत दुख हो रहा है।