बताया जा रहा है कि ये कैमरे रेलवे परिसर में आने-जाने और ठहरने वाले सभी यात्रियों के चेहरे को रीड करेंगे। अगर इनमें से कोई भी चेहरा अपराधी का होगा या उस व्यक्ति की हरकतें सामान्य व्यक्ति से भिन्न होंगी तो तुरंत उसका नोटिफिकेशन जीआरपी और आरपीएफ के कार्यालय में पहुंचेगा। इतना ही नहीं एक नोटिफिकेशन बीप भी बजेगी जिसे इमरजेंसी अलार्म कहा जाएगा। इस अलार्म से पुलिस कर्मियों की निगाह तुरंत कैमरा स्क्रीन पर पहुंच जाएगी। कैमरा स्क्रीन पर जिस व्यक्ति को देखकर अलार्म बजा है उसका चेहरा फोकस हो जाएगा और ऐसे में अपराधियों को पकड़ने में सहायता मिलेगी।
यह भी पढ़ें –
प्रिंसिपल के ट्रांसफर से दुखी बच्चों ने रैली निकालकर लगाया जाम, बोले- मैडम को नहीं जाने देंगे ऐसे काम करेगी तकनीक वीडियो सर्विलांस सिस्टम के सर्वर को क्राइम ब्यूरो के सर्वर से जोड़ा जाएगा और इस सर्विलांस सिस्टम के सरवर में सभी उन अपराधियों का डाटा पहले से ही अपलोड होगा, जिन्होंने पूर्व में अपराध किए हैं और उन्हें कम से कम एक बार गिरफ्तार करने के बाद पुलिस ने जेल भेजा है। यह चेहरे अगर दोबारा कहीं भी दिखाई देंगे तो इनको देखकर अलार्म सिस्टम बजे उठेगा। इसके साथ ही जो लोग फरार हैं, जिनकी तलाश है, मोस्ट वांटेड हैं, उनकी डिटेल भी इस सर्विलांस सिस्टम के सर्वर में डाली जाएगी।
यह भी पढ़ें –
सतर्कता के चलते लव जिहाद का शिकार होने से बची हिंदू लड़की, पिंटू पंडित बन फंसाया था चांद ने अधिकारियों के मोबाइल पर भी मिलेगी जानकारी इसके अलावा इन कैमरों की स्क्रीन का डिस्प्ले सभी अफसरों के मोबाइल स्क्रीन पर होगा और कहीं से भी सुरक्षा में तैनात ऑफिसर रेलवे स्टेशन के किसी भी कोने की जानकारी और हलचल अपने मोबाइल स्क्रीन पर देख सकेंगे।