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आजम खान के खास सपा नेता को खेत में दौड़ाकर गोलियाें से भूना, हाेमगार्ड की भी हत्या मुसलमानों को बदनाम करने की साजिश जिन्ना का जिन्न जब-जब बाहर आता है तब-तब विवाद बढ़ना तो लाजमी है। छात्र संघ हाल में पाकिस्तान के पहले प्रधानमंत्री मोहम्मद अली जिन्ना की फोटो मिलने से देवबंदी उलेमा भी नाराज हो गए हैं और ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई करने तक की मांग कर दी है। देवबंदी के उलेमा मुफ्ती अथर कासमी ने इसे किसी की साजिश करार दिया और कहा कि यूनिवर्सिटी और मुसलमानों को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है। भारत का मुसलमान अपने देश से प्यार करता है यहीं पैदा हुआ है ओर यही की मिट्टी मे दफन होगा। भारत के मुसलमानों के दिल में जिन्ना के लिए कोई जगह या हमदर्दी नहीं है।
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जिन्ना ने किए देश के टुकड़े मुफ्ती अथर का कहना है कि अगर ये बात हकीकत है कि अलीगढ़ यूनिवर्सिटी में मोहम्मद अली जिन्ना की तस्वीर मिली है तो ये सरासर गलत है। उनका कहना है कि मोहम्मद अली जिन्ना ने जिस वक्त मुल्क के बंटवारे को पसंद किया और एक देश को दो टुकड़ों में बांट दिया उस वक्त खुद जमीयत के उलेमाओं ने उनके इस फैसले को नापसंद किया था। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हिन्दुस्तान की मोहब्बत हमारी रग रग में भरी हुई है फिर हम ऐसे लोगों की तस्वीर लगाएं ये हमारे लिए अच्छा नहीं है जो इस काम को कर रहे हैं उसके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।
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