बेटी की माैत की खबर सुनने के बाद भी बगैर विचलित हुए ड्यूटी निभाते हुए घायल काे अस्पताल पहुंचाने वाले हैड भूपेंद्र सिंह ताैमर के बाद अब सहारनपुर के दाे ट्रैफिकपुलिसकर्मी कांस्टेबल अरविंद व होमगार्ड बद्रेश ने एक अंजान व्यक्ति की जान बचाकर नजीर पेश की है। आप साेच रहे हाेंगे कि एेसा इन दाेनाें ने क्या कर दिया ताे हम आपकाे बताते हैं कि यह दाेनाें ने सड़क पर तड़प रहे एक व्यक्ति काे बगैर समय खराब किए तुरंत अस्पतला पहुंचा आैर समय से इलाज मिल जाने से इस व्यक्ति की जान बच गई। डॉक्टराें ने बताया कि यदि समय रहते व्यक्ति काे उपचार ना मिल पाता ताे उसकी जान जा सकती थी।
जानिए क्या हुआ था अस्पताल चाैक पर यह घटना शनिवार की है। जिला अस्पताल चाैक पर ट्रैफिक पुलिसकर्मी ट्रैफिक की कमान संभाले हुए थे। यहां हर किसी काे बस अपने घर की जाने की जल्दी थी तभी अचानक एक स्कूटी से अॉवर ब्रिज पर चढ़ रहा अनूप नाम का एक व्यक्ति अचानक स्कूटी से नीचे गिर गया आैर सड़क पर तपड़ने लगे। हैरान कर देने वाली बात है कि यहां लाेग इस आदमी की मदद के लिए आगे नहीं आए। इसी दाैरन ड्यूटी कर रहे इन दाेनाें पुलिसकर्मियाें की नजर सड़क पर तड़प रहे व्यक्ति पर गई दाेनाें मदद के लिए दाैड़े आैर उसे ट्रैफिक वार्डन की मदद से अस्पताल ले गए। जहां समय से उपचार मिल जाने पर अनूप नाम के इस व्यक्ति की जान बच गई। एसएसपी बबलू कुमार ने दाेनाें पुलिसकर्मियाें के इस कार्य काे सराहनीय बताते हुए दाेनाें पुलिसकर्मियाें से बाकी पुलिसकर्मियाें काे सीख लेने की बात कही है। बाद में पता चला कि अनूप आरटीआे में ड्राईवर है।
इससे पहले भी नजीर पेश कर चुकी है सहारनपुर पुलिस सहारनपुर पुलिस की यह पहली कहानी नहीं है इससे पहले भी सहारनपुर पुलिस के हैडकांस्टेबल भूपेद्र सिंह ताैमर ने अपनी बेटी की मातै की खबर सुनने के बाद भी ड्यूटी काे प्राथमिकता दी थी आैर सड़क पर गंभीर रूप से घायल पड़े एक व्यक्ति काे समय पर अस्पताल भिजवाकर उसकी जान बचा ली थी। यह अलग बात है कि पिछले दिनाें हुई एक घटना ने पूरे प्रदेश में सहारनपुर पुलिस की किरकिरी भी कराई थी। इस घटना में यूपी 100 पर तैनात पुलिसकर्मियाें ने सड़क पर घायल पड़े दाे युवकाें काे यह कहते हुए अस्पताल ले जाने से मना कर दी थी कि गाड़ी गंदी हाे जाएगी आैर सड़क पर तड़प-तड़प कर ही दाेनाें ने जान दे दी थी।