भाजपा सभासद का समर्थम मिलने के बाद इमरान मसूद के भाई काजी नोमान मसूद ने कहा कि अभी दूसरे दलों के कई सभासद उनके संपर्क में हैं। जल्दी ही कुछ और लोग भी उनके साथ दिखेंगे।
गंगोह में जीती बसपा
गंगोह से बसपा की शाजिया जीती हैं। शाजिया नोमान मसूद की करीबी हैं। दरअसल गंगोह से नोमान मसूद या उनकी पत्नी चुनाव लड़ने की तैयारी में थे। आरक्षण लिस्ट में सीट पिछड़ा वर्ग की महिला के लिए चली गई। जिसके बाद नोमान ने शाजिया को चुनाव लड़ाया। शाजिया के प्रचार की कमान नोमान के पास ही रही।
गंगोह पर लंबे समय से काजी परिवार का दबदबा
मसूद परिवार गंगोह का रहने वाला है। गंगोह नगर पालिका परिषद पर ज्यादातर इसी परिवार का कब्जा रहा है। 2012 से 2017 तक नोमान यहां से चेयरमैन रह चुके हैं। 2017 में पिछड़ा वर्ग के लिए सीट जाने से नोमान नहीं लड़ सके थे। 2023 में भी आरक्षण की वजह से ही मसूद परिवार दौड़ से बाहर हो गया। हालांकि नोमान अपनी कैंडिडेट को चुनाव जिताने में कामयाब रहे। बसपा की चेयरपर्सन बन जाने के बाद दूसरे दलों के कई सभासद बसपा की ओर रुख कर सकते हैं।