एसएसपी आैर डीएम ने गुरुवार को अचानक जेल में छापेमारी की ताे हड़कंप मच गया। कारण भी था, दरअसल कहने के लिए यह रूटीन चेकिंग थी लेकिन दाेनाें अफसर पुलिस आैर प्रशासनिक अधिकारियाें की पूरी टीम के के अलावा कई थानाें का फाेर्स आैर पीएसी बल साथ लेकर पहुंचे थे। इतने बड़े पैमाने पर फाेर्स के साथ जैसे ही जेल में छापेमारी हुई ताे यहां हड़कंप मच गया। बंदी या कैदी तलाशी के दाैरान किसी भी संदिग्ध सामान काे किसी अन्य बैरेक में ना छिपा दें इसके लिए सभी बैरकाें में एक साथ छापेमारी की गई। इसके लिए अलग-अलग अफसराें के निर्देशन में अलग-अलग टीमें बनाई गई थी। इन टीमाें ने करीब एक घंटे तक जेल की बैरकाें की तलाशी ली। इस अॉपरेशन के पूरे हाेने के बाद बाहर निकले एसएसपी उपेंद्र कुमार अग्रवाल ने बताया कि तलाशी के दाैरन कई संदिग्ध वस्तुएं मिली हैं। ये संदिग्ध वस्तुएँ किस तरह से जेल के अंदर पहुंची इस पर जांच के निर्देश दिए गए हैं।
यह भी पढ़ेंः यूपी के इस जिले में गली के लाेगाे ने नहीं हाेने दी चेकिंग ताे कार्पाेरेशन टीम ने पूरी गली की ही काट दी बिजली जानिए फिर क्या हुआ ताे जेल में चल रहा है माेबाइल फाेन इस चेकिंग से यह बात एक बार फिर से साफ हाे गई है कि जेल के अंदर माेबाईल फाेन भी चलाया जा रहा है। दरअसल खुद एसएसपी उपेंद्र कुमार अग्रवाल ने बताया कि जेल के अंदर एक किताब मिली है इस किताब काे अंदर से इस तरह के काटा गया है कि जैसे इस किताब में माेबाईल फाेन रखकर जेल के अंदर ले जाया गया हाे। फिलहाल काेई माेबाईल फाेन ताे नहीं मिला है लेकिन इस किताब से यह बात साफ हाे गई है कि जेल के अंदर माेबाईल फाेन ले जाने का प्रयास किया गया है।
यह भी पढ़ेंः दूध में मिलाकर हर रोज लेंगे यह चीज तो कभी पास भी नहीं भटकेगा बुढ़ापा कैश भी मिला चेकिंग के दाैरान जेल के अंदर एक बैरेक से कैश भी मिला है। इससे यह आशंका प्रबल हाेती है कि जेल स्टाफ पैसे लेकर बंदियाें काे अतिरिक्त सुविधा मुहैया कराते हैं। फिलहाल यह रकम जब्त कर ली गई है। रकम आैर संदिग्ध किताब के अलावा जेल की बैरक से अन्य संदिग्ध वसतुएं भी मिली है जिनके बारे में अभी बताया नहीं जा रहा। एसएसपी का कहना है कि जांच कराई जा रही है कि जेल के अंदर यह संदिग्ध वस्तुएं कैसे पहुंची ?