दरअसल, लॉक डाउन के बीच अलग-अलग राज्यों में फंसे हुए लोग पैदल ही अपने घरों की ओर चल दिए थे। इन लोगों की बढ़ती भीड़ को देखते हुए सरकार की ओर से रोडवेज को विशेष सेवा चलाने के निर्देश दिए गए थे। सहारनपुर में भी हजारों की संख्या में हिमाचल प्रदेश उत्तराखंड और हरियाणा से लोग पहुंच गए थे जिन्हें रविवार सुबह 4:00 बजे से देर रात तक विशेष बस सेवा से रवाना किया गया।
अब रविवार रात से ही सहारनपुर मंडल के तीनों जिलों की सीमाओं को एक बार फिर से पूरी तरह से सील किए जाने के आदेश डीआईजी की ओर से जारी किए गए हैं। पत्रिका के साथ बातचीत में डीआईजी उपेंद्र अग्रवाल ने बताया कि यह सेवा कुछ समय के लिए शुरू की गई थी। रविवार रात से एक बार फिर से लॉक डाउन पूरी तरह से प्रभावी हो जाएगा। शासन के निर्देश अनुसार कुछ बसें चलाई गई थी जो लोग पड़ोसी राज्यों से आ गए थे उन्हें पहुंचाया गया है लेकिन अब पूरी तरह से यह सेवा रुक गई है और रविवार रात से ही बॉर्डर सील हाे जाएंगे।
सोमवार सुबह से सख्ती और बढ़ा दी गई है। कोई भी वाहन अब ना तो पड़ोसी राज्यों से सहारनपुर मंडल के तीनों जिलों में प्रवेश कर सकेगा और ना ही जिलों से बाहर किसी को जाने दिया जाएगा। उन्हाेंने यह भी बताया कि, कोरोना वायरस (
Corona virus ) का खतरा टला नहीं है और इसी खतरे को देखते हुए लॉक डाउन काे और अधिक प्रभावी किया जा रहा है। रविवार देर रात के बाद से तीनों जिलों में अगर कोई भी व्यक्ति गैर जरूरी कार्यों से अपने घरों से बाहर निकलता है तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
राशन वितरण प्रणाली को भी अब डोर-टू-डोर कर दिया गया है। अब दुकानदार अपनी दुकान पर भीड़ नहीं लगा सकेंगे और जिन्हें भी राशन चाहिए वह अपने मोहल्ले की रजिस्टर्ड दुकान पर कॉल करके राशन मंगाएंगे। अगर किसी दुकानदार के यहां भीड़ लगी हुई मिली ताे उस पर भी कार्रवाई हाेगी। साेशल डिस्टेंस का उल्लंघन पाए जाने पर कार्रवाई हाेगी।