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पद्मावत को लेकर सहारनपुर में होनी थी महापंचायत, पुलिस के डर से नहीं पहुंचे लोग अब नहीं करेंगे पद्मावत का विरोध-नागेंद्र राणा
एसआरएफ सिनेमा हॉल के पास करणी सेना, बजरंग दल, राजपूत महासभा के लोग पंचायत करने वाले थे। लेकिन, वहां भारी संख्या में पुलिस बल और पीएसी तैनात कर दी गई थी। जिसके कारण संगठन के लोग वहां पर नहीं पहुंचे। संगठन के लोगों ने क्षेत्रीय सांसद राघव लखन पाल शर्मा के यहां जाकर ज्ञापन सौंपा। नागेन्द्र राणा ने कहा कि अब हम फिल्म पद्मवात का विरोध नहीं करेंगे। बल्कि, लोगों को गुलाब का फूल देकर हाथ जोड़कर उनसे फिल्म न देखने की विनती करेंगे।
पद्मावत को लेकर सहारनपुर में होनी थी महापंचायत, पुलिस के डर से नहीं पहुंचे लोग अब नहीं करेंगे पद्मावत का विरोध-नागेंद्र राणा
एसआरएफ सिनेमा हॉल के पास करणी सेना, बजरंग दल, राजपूत महासभा के लोग पंचायत करने वाले थे। लेकिन, वहां भारी संख्या में पुलिस बल और पीएसी तैनात कर दी गई थी। जिसके कारण संगठन के लोग वहां पर नहीं पहुंचे। संगठन के लोगों ने क्षेत्रीय सांसद राघव लखन पाल शर्मा के यहां जाकर ज्ञापन सौंपा। नागेन्द्र राणा ने कहा कि अब हम फिल्म पद्मवात का विरोध नहीं करेंगे। बल्कि, लोगों को गुलाब का फूल देकर हाथ जोड़कर उनसे फिल्म न देखने की विनती करेंगे।
पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों के माध्यम से उन्होंने एक ज्ञापन दिया और ज्ञापन में फिल्म के प्रदर्शन पर रोक लगाए जाने की मांग की। ज्ञापन देने वालों में मुख्य रूप से क्षत्रिय महासभा के पदाधिकारी नागेंद्र सिंह राणा, कुणाल राणा, राजेंद्र सिंह राणा, आदित्य राणा, जयदीप राणा, राहुल राणा, दिग्विजय राणा, सचिन राणा, सहदेव राणा, काका राणा आदि शामिल रहे।
यह है मामला
दरअसल, क्षत्रिय समाज फिल्म पद्मावत का विरोध कर रहा है और इस फिल्म को सिनेमाघरों में न दिखाए जाने की बात कही जा रही है। फिल्म के रिलीज होने के बाद करणी सेना और क्षत्रिय समाज के लोगों ने विजय सिनेमा में इस फिल्म के लगने का कड़ा विरोध किया था और बड़ी संख्या में वहां लोग इकट्ठा भी हो गए थे। लेकिन, इससे पहले ही प्रशासन ने वहां भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया था और लोगों को समझा बुझाकर वापस भेज दिया था। इसके बाद क्षत्रिय महासभा ने सहारनपुर में शनिवार को इस फिल्म के विरोध में महापंचायत का ऐलान किया था।
दरअसल, क्षत्रिय समाज फिल्म पद्मावत का विरोध कर रहा है और इस फिल्म को सिनेमाघरों में न दिखाए जाने की बात कही जा रही है। फिल्म के रिलीज होने के बाद करणी सेना और क्षत्रिय समाज के लोगों ने विजय सिनेमा में इस फिल्म के लगने का कड़ा विरोध किया था और बड़ी संख्या में वहां लोग इकट्ठा भी हो गए थे। लेकिन, इससे पहले ही प्रशासन ने वहां भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया था और लोगों को समझा बुझाकर वापस भेज दिया था। इसके बाद क्षत्रिय महासभा ने सहारनपुर में शनिवार को इस फिल्म के विरोध में महापंचायत का ऐलान किया था।