डीजीपी के इस चैलेंज को ‘एनकाउंटर मैन’ ने एेसे किया स्वीकार आैर फिर…
विपक्ष की इस मांग को चुनाव आयोग ने कर दिया था खारिज
कैराना आैर नूरपुर में उपचुनाव से एक दिन पहले पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा बागपत में र्इस्टर्न-पेरीफेरल एक्सप्रेस वे का उद्घाटन करने सिड्यूल आया था। साथ ही उनके प्रोग्राम में यहां रैली के बाद बागपत में जनसभा की बात सामने आर्इ थी। सूत्रों की माने तो यह पता लगते ही विपक्ष ने मोदी की रैली आैर जन सभा को रोकने के लिए चुनाव आयोग से मांग की थी। लेकिन चुनाव आयोग ने बागपत में अाचार सहिंता लागू न होने व जिलों के बीच दूरी होने की वजह से इसे रैली पर रोक नहीं लगार्इ थी। जिसके चलते 27 मर्इ को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रैली करने के साथ ही लाखों की संख्या में पहुंचे। लोगों को बागपत के खेकड़ा में हुर्इ जनसभा के दौरान संबोधित किया।
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पीएम मोदी के इस कदम से नाराज हुआ विपक्ष
वहीं आप को बता दें कि 26 मर्इ को कैराना आैर नूरपुर में चुनाव प्रचार पर रोक लग चुकी है। 28 मर्इ को दोनों सीटों पर वोटिंग होनी है। एेसे में इससे 27 मर्इ को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुनावी जिले के पड़ाेसी जिले बागपत में रैली आैर जनसभा दोनों ही टेंशन की वजह बनी रहीं। वहीं विपक्षी दल के नेताआें ने इस पर खासी नाराजगी जतार्इ।आरएलडी के राष्ट्रीय प्रवक्ता अनिल दुबे ने एक साइट को दिये बयान में कहा कि मोदी सरकार चार साल में जनता के लिए नहीं कर पार्इ है। एेसे में अब वह चुनाव प्रभावित करने की साजिश रच रही है। वहीं उन्होंने कहा कि इसका जनता पर कोर्इ असर नहीं पड़ने वाला हैं। इसकी वजह यह है कि जनता जानती है कि यह सरकार जुमले वाली सरकार है।