देवबन्दी आलिम मुफ्ती असद कासमी ने कहा कि वसीम रिजवी के जरिए से जो फ़िल्म बनाई गई है। उसमें राम जन्मभूमि का जिक्र है। इसी तरीके से उसमें मुसलमानों की बेइज्जती दिखाई गई है। उसमें हलाले को इस तरीके से पेश किया गया है, जिस तरीके से कोई भी मुसलमान हलाला नहीं करते हैं। यह सरासर एक विवाद है और हम हुकूमत-ए- हिन्द से और हुकूमत-ए-उत्तर प्रदेश से यह मांग करते हैं कि ऐसी कोई भी फ़िल्म जिससे मुल्क का माहौल खराब हो सकता है, भारत में रहने वाले हिन्दू और मुसलमान को आपस में बांटने का काम किया जा सकता हो तो ऐसी विवादित चीज़ है और विवादित फ़िल्म पर रोक लगाई जाए। इस फिल्म में हलाले को गैर मुतैय्ना और अलग तरीके से पेश किया गया है, जिसका इस्लाम से कोई संबंध नहीं है। हम उत्तर प्रदेश सरकार के साथ ही केन्द्र सरकार से भी यह मांग करते हैं कि इस फ़िल्म के ऊपर बैन लगाया जाए और इसको चलाने की इजाजत बिलकुल नहीं देनी चाहिए।