यह भी पढ़ें: बदमाशों से मुठभेड़ करने गए पुलिस वाले का हुआ ऐसी हाल, देखने वालों के भी उड़े होश
इससे पहले सोमवार को चांद दिखने के बाद नमाज-ए-तराबीह अदा की गई। मस्जिदों में ही नहीं नगर में विभिन्न प्रतिष्ठानों में देर शाम से नमाज-ए-तराबीह आरंभ हो गई। नगर की 125 से अधिक मस्जिदों और 150 से अधिक प्रतिष्ठानों में नमाज-ए-तराबीह अदा की गई। इनमे शहर की प्रमुख मस्जिदों में रशीदिया मस्जिद, मरकजी जामा मस्जिद, सरसटा बाजार, दारुल उलूम की कदीम व छत्ता मस्जिद, जामा मस्जिद किला, रैती चौक, लाम मस्जिदों में नमाज-ए-तराबीह की नमाज में एक से लेकर डेढ और दो एवं प्रतिष्ठानों में एक से लेकर तीन सिपारे पवित्र कुरआन के पढ़े गए। दारुल उलूम वक्फ के वरिष्ठ मुफ्ती आरिफ कासमी ने कहा कि रमजान के पवित्र महीने में नमाज-ए-तराबीह पढ़ने और कुरआन की तिलावत करने व सुनने का बहुत सवाब है। उन्होंने कहा कि जिन लोगों द्वारा 10वीं शब में तराबीह मुकम्मल हो जाती है। उन्हें फिर से मस्जिदों में होने वाली तराबीह में सवाब की नियत से शिरकत करनी चाहिए।