माणकी मंदिर के पास बिजली लाइन high tension line की चपेट में आने से दो कांवड़ियां घायल हो गए। आनन-फानन में इन्हें देवबंद चिकित्सालय ले जाया गया जहां से प्राथमिक उपचार के बाद हालत गंभीर देखते हुए दोनों को रेफर कर दिया गया। इनमें से एक की हायर सेंटर ले जाते वक्त माैत हाे गई।
घटनाक्रम के अनुसार नानाैता के खुडाना से करीब 12 कावड़ियां ट्रैक्टर ट्राली में सवार हाेकर हरिद्वार के लिए रवाना हुए। इन्हाेंने ट्राली पर डीजे लगा हुआ था। दाे कवंड़ियां अंकित और रामकुमार डीजे के पास बैठे हुए थे। अंकित डीजे वाला है जिसे जिला शामली के जलालाबाद से हायर करके बुलाया गया था। माणकी मंदिर के पास सड़क के ऊपर से जा रही बिजली लाईन से करंट ट्रैक्टर-ट्राली में उतरा दाेनाें बुरी तरह से झुलस गए। जिस वक्त यह दुर्घटना बाकी कांवड़ियां सड़क किनारे बैठे चाय पी रहे थे। बताया जाता है कि डीजे के स्पीकर काे बांधने के लिए ऊपर की ओर काेई तारनुमा रस्सा फेंकते वक्त यह दुर्घटना हुई।
करंट लगते ही दाेनाें नीचे सड़क पर जा गिरे और माैके पर अफरा-तफरी मच गई। तभी लखनाैती चाैराहे की ओर से आ रहे कार सवार लाेगाें ने दाेनाें काे आनन-फानन में अपनी कार से देवबंद चिकित्सालय भिजवाया। यहां से प्राथमिक उपचार के बाद दाेनाें काे तुरंत हायर सेंटर रेफर कर दिया गया। देवबंद के चिकित्सकाें ने बताया कि दाेनाें की हालत बेहद नाजुक दी। सूचना मिल रही है कि रास्ते में कांवड़िया ने दम ताेड़ दिया।
माणकी मंदिर के पास पहले भी हुई थी दिल दहला देने वाली दुर्घटना देवबंद में माणकी मंदिर के पास करीब दस साल पहले भी दिल दहला देने वाली दुर्घटना हो चुकी है। यहां पर एक बस के ऊपर बिजली लाइन का तार गिर गया था। बस में सवार दर्जनों यात्री झुलस गए थे एक महिला समेत छह की मौत हो गई थी। कावड़ यात्रा से पहले पावर कॉरपोरेशन को सख्त निर्देश दिए गए थे कि कांवड़ मार्ग पर बिजली लाइन की चेकिंग की जाए लेकिन माणकी मंदिर के पास एक बार फिर से यह दुर्घटना हुई है जिससे पावर कॉरपोरेशन की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े हो गए हैं।
भाजपा जिला महामंत्री अजीत राणा ने बताया मरने वाले रामकुमार पुत्र मामचंद की तीन बेटियां व एक बेटा है। रामकुमार मजदूरी करता है और उन्ही के गांव का रहने वाला है। सूचना मिलते ही वह भी अस्पताल पहुंच गए हैं। शव काे पाेस्टमार्टम के लिए ले जाया जा रहा है।