शुक्रवार को अचानक उन्हें हटा दिया गया और बरेली कमिश्नर कार्यालय से अटैच कर दिया गया। इस बारे में जब एसडीएम मणि अरोड़ा से बात की गई तो उन्होंने सिर्फ इतना ही बताया कि 5 करोड़ के गबन मामले में तहसीलदार रणवीर सिंह के खिलाफ जांच चल रही है जिसके चलते उन्हें सस्पेंड कर कमिश्नर कार्यालय से अटैच किया गया है।
जिलाधिकारी अखिलेश सिंह ने बताया कि बदायूं उप कोषागार में स्टांप बिक्री का घोटाला हुआ था यह घोटाला करीब 5 करोड़ का था। जिस समय यह गबन हुआ है उस अवधि में रणवीर सिंह भी बदायूं में तैनात थे। इस पूरे मामले में दो अधिकारियों के विरुद्ध इन्वेस्टिगेशन चल रही है। गबन के समय तहसीलदार रणवीर सिंह की पोस्टिंग बदायूं में होने के चलते उन्हें फिलहाल कमिश्नर कार्यालय से अटैच किया गया है।