18 नवंबर को सोशल मीडिया पर तेजी के साथ एक लेटर वायरल हुआ। इसमें जमीयत उलेमा-ए-हिंद (jamiat ulema e hind) के अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी(maulana arshad madani) के ह्स्ताक्षर है। उसमें कहा गया कि मौलाना अरशद मदनी की तरफ से अध्यक्ष सोनिया गांधी से अपील की है कि महाराष्ट्र में शिवसेना(shivsena) की मदद न करें। इससे कांग्रेस पार्टी(congress party) पर बुरा असर पड़ेगा।
मौलाना अरशद मदनी के नाम से इस लेटर में लिखा गया है कि शिवसेना(shivsena) का साथ देना दुर्भाग्यपूर्ण है। यह कांग्रेस(congress) के लिए बहुत ही खतरनाक और जोखिम भरा कदम साबित हो सकता है। जमीयत उलेमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी(jamiat ulema e hind president maulana arshad madani) की तरफ से यह लेटर फर्जी बताया गया है। मौलाना अरशद मदनी का कहना है कि किसी ने षड़यंत्र के तहत सोशल मीडिया पर वायरल किया हैं।