मिसाल: कोरोना पॉजिटिव महिला को किसी ने नहीं दिया कंधा तो एंबुलेंस चालक ने किया अंतिम संस्कार
डिंपल गुर्जर मूल रूप से रामपुर-मनिहारान क्षेत्र के गांव जंधेड़ा के रहने वाले थे। उनके बड़े भाई संजय वर्मा ( गुर्जर ) ने बताया कि उनकी कोर्ट रोड पर डीआईजी ऑफिस के पास फोटो-स्टेट की शॉप है। वह कई वर्षों से परिवार के साथ कोतवाली सदर बाजार क्षेत्र की पंजाबी कालोनी में रह रहे थे। डिंपल के बेटे की करीब दो वर्ष पहले छत से गिरकर मौत हो गई थी। तीन दिन पहले डिंपल को कोरोना होने पर पिलखनी स्थित सहारनपुर मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था। मंगलवार देर रात उपचार के दौरान डिंपल कोरोना वायरस से जंग हार गए और उनकी मौत हो गई। यह खबर जैसे ही पंजाबी बाग में घर पर मौजूद पत्नी सुनिता को चली वह इस सदमे को बर्दाश्त नहीं कर पाई।काशी विश्वनाथ मंदिर ट्रस्ट ने कोरोना मरीजों की मदद के लिये खोला खजाना
पति की मौत हो जाने की खबर से बौखलाई पत्नी ने घर में रखा जहरीला पदार्ख खा लिया। इस बात का पता चलते ही परिवार में कोहराम मच गया। आनन-फानन में परिजन सुनिता को लेकर दिल्ली रोड स्थित एक प्राईवेट अस्पताल में लेकर पहुंचे लेकिन डॉक्टर सुनिता को बचा नहीं सके। कुछ ही देर बाद सुनिता ने भी दम तोड़ दिया। सुनिता की सबसे छोटी बेटी करीब डेढ़ साल की है। व्यापारी और उनकी पत्नी की उम्र 35 से 40 के बीच ही थी। दंपति की मौत के बाद पूरे परिवार में कोहराम मचा हुआ है। इस घटना के बाद से अब तीनों बेटियों का रो-रोकर बुरा हाल है। सबसे छोटी बेटी को अभी यह भी समझ नहीं है उसके सिर से मा-बांप का साया उठ गया है।यह भी पढ़े: पंचायत चुनाव में सवा करोड़ वाली मर्सिडीज से पर्चा दाखिल करने पहुंचा गांव का प्रत्याशी