मुफ्ती अहमद गोड ने अपने बयान में कहा कि अगर मुस्लिम महिलाओं के लिए स्विमिंग पूल में अलग से नहाने की व्यवस्था है, जहां गैर मर्द नहीं नहा रहे हों तो वहां पर मुस्लिम महिलाएं स्विमिंग पूल में नहा सकती हैं। मगर वह जगह जहां स्विमिंग पूल में गैर महरम यानी गैर मर्द और औरतें एक साथ नहा रहीं हो वहां नहाना उनके लिए गलत है और मुस्लिम महिलाओं को ऐसी जगह जाकर नहाने से परहेज करना चाहिए।
ये भी पढ़ें: भाजपा नेत्री जया प्रदा ने सपा सांसद आजम खान के खिलाफ हाईकोर्ट से की यह अपील
ये भी पढ़ें: भाजपा नेत्री जया प्रदा ने सपा सांसद आजम खान के खिलाफ हाईकोर्ट से की यह अपील
बहुत सारी यूनिवर्सिटी में स्विमिंग पूल है वहां मर्दों का नहाने का समय अलग है और औरतों के नहाने का समय अलग है। जहां स्विमिंग पुल में तैरना सीखने के लिए महिलाएं जाती हैं, वहां महिलाओं को महिला तैरना सिखाती हैं और मर्द को मर्द करना सिखाते हैं। यही हमारे देश की संस्कृति है देश की संस्कृति और मजहब की हिफाजत करना हमारी जिम्मेदारी है।